भोपाल । शहर के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में कल आठ जनवरी से मरीजों को हृदय रोग विशेषज्ञ की सलाह नहीं मिल पाएगी। यहां पदस्थ एकमात्र हृदय रोग विशेषज्ञ डा. गौरव खंडेलवाल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। बताया जा रहा है कि उन्होंने यह इस्तीफा विदेश में अध्ययन के लिए दिया है। एम्स में सात जनवरी को उनका आखिरी दिन है।
उनके जाने के बाद यहां पर ओपीडी में मरीजों का इलाज बंद हो जाएगा। उनकी जगह मेडिसिन के चिकित्सक मौजूद रहेंगे। इससे सिर्फ सामान्य इलाज मरीजों को मिल सकेगा। इकोकार्डियोग्राफी भी सिर्फ उन्हीं मरीजों को हो पाएगी, जिन्हें कार्डियोथोरेसिक सर्जन देखेंगे। एम्स की ओपीडी में भोपाल ही नहीं, पूरे प्रदेश से मरीज इलाज के लिए आते हैं। हृदय रोग विभाग की ओपीडी में 80 से 100 मरीज रोज आ रहे थे।
अब इन्हें उपचार हेतु हृदय रोग विशेषज्ञ की सलाह नहीं मिल पाएगी। नियमित नियुक्ति होने तक कालेज प्रबंधन संविदा आधार पर हृदय रोग विशेषज्ञ की नियुक्ति करने जा रहा है। इसके लिए विज्ञापन भी जारी किए गए हैं। बता दें कि हृदय की धमनियों में ब्लाकेज की जांच के लिए एंजियोग्राफी और ब्लाकेज हटाने के लिए एंजियोप्लास्टी की सुविधा शुरू की जानी है। इसके लिए कैथ लैब मशीन लगाई जा रही है। मशीन इसी महीने लग जाएगी, लेकिन चिकित्सक के नहीं होने से मरीजों को इसका फायदा नहीं मिल रहा है।