नई दिल्ली । यूक्रेन में रूस के आक्रमण को चलते वहां फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए ‘ऑपरेशन गंगा’ चल रहा है। इस प्रक्रिया को तेज करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते 24 घंटे में दो बार हाई लेवल मीटिंग कर रणनीति बनाई।
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की और उन्हें यूक्रेन संकट समेत कई मुद्दों पर जानकारी दी। रूस के हमले के बाद यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को निकालने के लिए अब केंद्रीय मंत्रियों को मोर्चे पर लगाया जा रहा है।
केंद्र सरकार ने सोमवार को फैसला किया कि केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरेन रिजिजू और वीके सिंह इस अभियान में समन्वय करने और छात्रों की मदद के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों में जाएंगे। सरकारी सूत्रों ने बताया कि ये मंत्री भारत के ‘विशेष दूत’ के तौर पर वहां जाएंगे।
सिंधिया भारतीयों को यूक्रेन के निकालने के अभियान के लिए समन्वय का काम रोमानिया और मोल्दोवा से संभालेंगे, जबकि रिजिजू स्लोवाकिया जाएंगे। सूत्रों ने बताया कि पुरी हंगरी जा रहे हैं और जनरल वीके सिंह भारतीयों को निकालने का प्रबंध करने के लिए पोलैंड जाएंगे। यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में किया गया। अब पीएम मोदी ने इसे लेकर रोमानिया और स्लोवाक रिपब्लिक के प्रधानमंत्रियों से फोन पर बात की है। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, पीएम मोदी ने रोमानिया के प्रधानमंत्री निकोलाई सिउका से सोमवार को फोन पर बात की है।
पीएम मोदी ने रोमानिया के प्रधानमंत्री से यूक्रेन से भारतीय छात्रों को निकालने को लेकर चर्चा की और सहयोग की सराहना भी की। पीएम मोदी ने कहा कि भारत, भारतीय छात्रों को बगैर वीजा के प्रवेश और स्पेशल फ्लाइट्स को अनुमति देने के कदम के लिए रोमानिया की सराहना करता है।
पीएम मोदी ने स्लोवाक गणराज्य के पीएम एडवर्ड हेगर से भी फोन पर बात की और यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने में उनके देश की ओर से मिल रहे सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। पीएम मोदी ने स्लोवाक पीएम से अगले कुछ दिनों तक यूक्रेन से निकालने में सहयोग जारी रखने की अपील की। पीएम मोदी ने स्लोवाक प्रधानमंत्री को यूक्रेन से भारतीयों को निकालने के प्रयास की निगरानी के लिए अपने विशेष दूत के रूप में किरण रिजिजू की तैनाती की भी जानकारी दी।