कीव: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि रूस के कुर्स्क क्षेत्र में यूक्रेनी सैनिकों का घुसकर आक्रमण करना एक विजय योजना का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि वह इस योजना को अगले महीने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के सामने पेश करेंगे। मंगलवार को जेलेंस्की ने कहा कि योजना की सफलता राष्ट्रपति जो बाइडन पर निर्भर करेगी। साथ ही इस बात पर भी कि योजना में जो है वह अमेरिका यूक्रेन को देगा या नहीं और क्या कीव इस योजना का उपयोग करने के लिए स्वतंत्र होगा या नहीं। उन्होंने कहा कि वह इस योजना को अमेरिका में राष्ट्रपति पद के दोनों उम्मीदवारों कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप को भी दिखाएंगे। जेलेंस्की ने कहा कि यह कुछ लोगों के लिए बहुत महत्वाकांक्षी लग सकता है, लेकिन हमारे लिए यह महत्वपूर्ण है।रूस के 1294 वर्ग किमी क्षेत्र पर कब्जा
अगस्त की शुरुआत में यूक्रेन की सेना ने अप्रत्याशित कदम उठाते हुए रूस के कुर्स्क क्षेत्र में घुसपैठ की थी। अभी तक रूस उन्हें पीछे हटाने में नाकाम रहा है। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेन के कीव के शीर्ष सैन्य कमांडर जनरल ओलेक्जेंडर सिरस्की ने कहा कि यूक्रेन ने अब तक 1294 वर्ग किलोमीटर रूसी क्षेत्र और 100 बस्तियों पर नियंत्रण स्थापित किया है। हालांकि, इन आंकड़ों की स्वतंत्र तौर पर पुष्टि नहीं हो पाई है।
यूक्रेन का कब्जे का इरादा नहीं
जनरल सिरस्की ने आगे कहा कि यूक्रेन का इस क्षेत्र पर कब्जा करने का कोई इरादा नहीं है और घुसपैठ का एक मकसद रूस की सेना को पूर्वी यूक्रेन में अपने स्वयं के आक्रमण से दूर करना था। इसी मंच पर राष्ट्रपति जेलेंस्की ने खुलासा किया कि यूक्रेन ने हाल ही में घरेलू स्तर पर निर्मित बैलिस्टिक मिसाइल का पहला सफल परीक्षण किया था। उन्होंने सफल परीक्षण के लिए देश के रक्षा उद्योग को बधाई दी, लेकिन मिसाइल के बारे में कोई और जानकारी साझा नहीं की
यूक्रेन ने अमेरिका से मिली बैलिस्टिक मिसाइलों का इस्तेमाल रूस के खिलाफ किया है, लेकिन वह पश्चिमी सहायता पर निर्भरता कम करने के लिए सैन्य हथियारों को घरेलू स्तर पर विकसित करने के लिए काम कर रहा है। हालांकि, अभी वह रूस से लड़ने के लिए ज्यादातर विदेश से सैन्य आपूर्ति पर निर्भर है। जेलेंस्की ने बताया कि यूक्रेन ने हाल ही में पश्चिमी देशों से हासिल F-16 लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल रूस की मिसाइलों को रोकने में किया है। साथ ही उन्होंने अधिक विमानों की आवश्यकता बताई।