प्रोजेक्ट-2025 क्या है जिसको लेकर अमेरिका में मचा हंगामा:दावा- ट्रम्प सत्ता में आए तो लागू होगा प्लान

Updated on 12-07-2024 02:10 PM

अमेरिका में जैसे-जैसे चुनाव के दिन नजदीक आते जा रहे हैं पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की सत्ता में वापसी की संभावना उतनी ही तेज होती जा रही है। अगर डोनाल्ड ट्रम्प चुनाव जीतते हैं तो जनवरी 2025 की शुरुआत में उनकी व्हाइट हाउस में एंट्री हो जाएगी।

डोनाल्ड ट्रम्प की वापसी की संभावना के साथ ही पूरे देश में अचानक प्रोजेक्ट 2025 की चर्चा शुरू हो गई है। ऐसा कहा जा रहा है कि ट्रम्प के राष्ट्रपति बनते ही इसे पूरे देश में इसे लागू कर दिया जाएगा।

प्रोजेक्ट 2025 को ट्रम्प ने नहीं बनाया है, लेकिन ये ट्रम्प के लिए जरूर बनाया गया है। ये 922 पन्ने की एक कॉपी है। इसमें डोनाल्ड ट्रम्प की सत्ता में वापसी के बाद के 180 दिनों का रोडमैप तैयार किया गया है। इसमें योजनाएं बताई गई हैं कि वो पहले दिन से क्या और कैसे काम करेंगे।

बाइडेन की पार्टी को मिला मुद्दा
प्रोजेक्ट 2025 ने अमेरिका में लिबरल विचारधारा वाले लोगों को परेशानी में डाल दिया है। डेमोक्रेट्स से जुड़े वोटर्स इस बात से चिंतित हो गए हैं कि अगर ट्रम्प फिर से व्हाइट हाउस में लौटते हैं तो क्या होगा।

BBC की रिपोर्ट के मुताबिक डेमोक्रेटिक पार्टी इसे एक मुद्दे के रूप में देख रही है, ताकि अधिक उम्र होने की आलोचना झेल रहे बाइडेन पर से लोगों का ध्यान हटे और वे प्रोजेक्ट 2025 के खिलाफ एकजुट हों। राष्ट्रपति बाइडेन ने भी इसे भुनाने की कोशिश करते हुए हाल ही में इसकी आलोचना करते हुए कहा कि ये प्रोजेक्ट अमेरिका को बर्बाद कर देगा।

प्रोजेक्ट 2025 किसने तैयार किया
इसे द हेरिटेज फाउंडेशन ने तैयार किया है। यह कंजरवेटिव पार्टी से जुड़े कट्टर दक्षिणपंथी लोगों का एक थिंकटैंक है। इसकी स्थापना 1973 में हुई थी। हेरिटेज फाउंडेशन का दावा है कि उसने 1980 में रोनाल्ड रीगन के राष्ट्रपति बनने के बाद से अब तक के हर राष्ट्रपति के लिए मसौदा तैयार किया है।

हेरिटेज फाउंडेशन के मुताबिक अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति रीगन उनकी नीतिगत सलाहों को खूब पसंद करते थे। उन्होंने राष्ट्रपति बनने के बाद अपने कैबिनेट के हर एक मेंबर के बीच मैनिफेस्टो की कॉपी बंटवाई थी ताकि वे इसकी समीक्षा कर सकें। फाउडेंशन का दावा है कि उन्होंने 1981 में रीगन को करीब 2,000 नीतिगत सलाह दिए थे जिसमें से करीब 60 फीसदी को उन्होंने अपने पहले ही साल में शुरू या फिर लागू कर दिया था।

2023 में तैयार हुआ प्रोजेक्ट 2025

द हेरिटेज फाउंडेशन की वेबसाइट पर प्रोजेक्ट 2025 का जिक्र है। इसे अप्रैल 2023 में तैयार किया गया था। अलजजीरा की रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर प्रोजेक्ट 2025 के प्रस्तावों को लागू करने की कोशिश होती है तो ट्रम्प सरकार को कई कानूनी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।

प्रोजेक्ट 2025 वेबसाइट पर जाएं तो इसमें लिखा है कि 2024 के चुनाव में कंजर्वेटिव पार्टी का जीतना ही काफी नहीं है। अगर अमेरिका को कट्टरपंथी वामपंथियों की गिरफ्त से बचाना है तो एक सही एजेंडा और समर्पित लोगों की जरूरत है। इसमें दस्तावेजों के साथ-साथ उन लोगों की सूची बनाई जा रही है, जो लेफ्ट विचारधारा से नफरत करते हैं और उनकी सोच राइट-विंग वाली है।

ट्रम्प सरकार बनने के बाद इन चुने हुए लोगों को प्रेसिडेंशियल एडमिनिस्ट्रेशन एकेडमी का हिस्सा बनाया जाएगा जो पॉलिसी लागू करेंगे। ये प्रोजेक्ट 2025 को ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के पहले दिन ही शुरू कर देंगे।

प्रोजेक्ट 2025 के पीछे लोग कौन हैं?
ट्रम्प ने भले ही इस प्रोजेक्ट से दूरी बना ली हो मगर इसमें उनके पूर्व सलाहकारों की भरमार है। अलजजीरा ने अमेरिका पत्रकार जुड लीगम के हवाले से लिखा है कि प्रोजेक्ट 2025 का मसौदा लिखने वाले 38 लोगों में से कम से कम 31 लोग ट्रम्प से किसी न किसी रूप में जुड़े रहे हैं।

प्रोजेक्ट 2025 का नेतृत्व केविन रॉबर्ट्स कर रहे हैं। वे हेरिटेज के प्रेसिडेंट हैं। ट्रम्प के सहयोगी रह चुके हैं। इसी साल फरवरी में ट्रम्प ने उनकी तारीफ करते हुए उन्हें ‘बेहतरीन काम करने वाला’ बताया था।

प्रोजेक्ट 2025 के डायरेक्टर पॉल डान्स हैं जो कि ट्रम्प के कार्यकाल में कार्मिक प्रबंधन कार्यालय में चीफ ऑफ स्टाफ थे। हेरिटेज का कहना है कि प्रोजेक्ट 2025 को तैयार करने में 100 से अधिक राइटविंग विचारधारा वाले संगठनों ने योगदान दिया है।

ट्रम्प ने दूरी बनाने की कोशिश
अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता प्रोजेक्ट 2025 को लेकर ट्रम्प और रिपब्लिकन पार्टी की आलोचना कर रहे हैं। हालांकि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने प्रोजेक्ट 2025 से किनारा कर लिया है। सोशल मीडिया पर ट्रम्प ने ये दावा किया कि वे इस बारे में कुछ नहीं जानते। उन्होंने कहा कि वे नहीं जानते हैं कि इस प्रोजेक्ट के पीछे कौन लोग हैं। इसमें जो कुछ कहा जा रहा है उसमें से कई चीजों से मैं सहमत नहीं हूं। इसमें कुछ बातें बिल्कुल बकवास हैं।


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