महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंच पर 24 लोग बैठेंगे। केंद्र सरकार में मप्र की महिला केंद्रीय मंत्री, प्रदेश सरकार में महिला मंत्री, महिला सांसद-विधायक के साथ राज्यपाल, मुख्यमंत्री, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, दोनों डिप्टी सीएम भी रहेंगे।
राज्य सरकार की ओर से यह प्रस्ताव पीएमओ भेज दिया गया है। पीएमओ से एक-दो दिन में हरी झंडी मिलने के बाद मंच की वास्तविक तस्वीर साफ हो जाएगी। इस बीच सम्मेलन में 16 जिलों से दो लाख लोगों को लाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए पांच हजार बसें अधिग्रहीत होंगी। भोपाल से ही 710 बसें अधिग्रहीत हो रही हैं।
इस बीच पार्टी की ओर से सभी महिला जनप्रतिनिधियों को बुलाया जा रहा है। इसमें महापौर, जिलापंचायत अध्यक्ष भी शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक 200 किमी की परिधि को ध्यान में रखकर जिले चिन्हित किए गए हैं। यहां से लोगों को भोपाल लाया जाएगा। एक बस में 40 लोगों को बैठाया जाएगा।
प्रत्येक बस में एक गाइड तैनात किया जाएगा। इनका काम रहेगा कि कार्यक्रम समाप्त होने के बाद बसों को सड़क पर खड़े होने से रोकना और बस की 40 सवारियों से संपर्क करके उन्हें बस में बैठाना। ताकि कार्यक्रम स्थल के आसपास जाम नहीं लगे। कार्यक्रम में आने वालों को बस में ही नाश्ते और भोजन का पैकेट उपलब्ध कराया जाएगा।
7 हजार बसों के लिए पार्किंग की व्यवस्था
बसों की संख्या बढ़ सकती है और इसी को ध्यान में रखकर कुल 7 हजार बसों के लिए पार्किंग की व्यवस्था की गई है। वीआईपी पार्किंग मुख्य पंडाल के पास होगी। पार्टी से जुड़े नेताओं के लिए जंबूरी मैदान में अलग पार्किंग का इंतजाम रहेगा। इसके अलावा महात्मा गांधी स्कूल परिसर और भेल दशहरा मैदान में पार्किंग रहेगी। एयरपोर्ट रोड से जंबूरी मैदान तक प्रत्येक चौराहे पर बैरिकेडिंग का भी इंतजाम रहेगा। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग जंबूरी मैदान में 1000 अस्थायी टॉयलेट का निर्माण करेगा।
जिम्मेदारी बांट दो दिन पहले दी जाएगी सूचना
भाजपा प्रदेश कार्यालय में पूरे दिन बैठकों का सिलसिला चला। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश प्रभारी महेंद्र सिंह, महामंत्री भगवानदास सबनानी ने बैठक करके शाम को सीएम से भी कार्यक्रम को लेकर चर्चा की। व्यवस्थाएं तय कर ली गई हैं। इनमें आवास, भोजन, पार्किंग, पानी, मंच, मेडिकल और साज-सज्जा शामिल हैं।
प्रत्येक व्यवस्था पर 1 प्रभारी के साथ 10 सहायिका शामिल रहेंगी। प्रत्येक गाले में 2 महिलाओं को तैनात किया जाएगा। गुरुवार को भोपाल जिले की बैठक करके महिलाओं को जिम्मेदारी बांट दी जाएगी। इसकी सूची तैयार कर ली गई है। गुरुवार को ही जिलों में नाम और नंबर के साथ जानकारी भेज दी जाएगी कि कौन महिला किस तरह की जिम्मेदारी संभाल रही है।