इसलिए युवक पर दर्ज हुआ केस
इस मामले में एसपी रचना ठाकुर ने सफाई देते हुए कहा कि युवक ने जो भी आरोप लगाए है वो सभी निराधार हैं। उसके साथ शिखा उखाड़ने जैसी कोई घटना नहीं हुई है। सड़क हादसे के घटना वाले दिन युवक सड़क जाम का नेतृत्व कर रहा था। इसी के चलते उस पर मामला दर्ज हुआ था। उस दिन वो शराब के नशे में था जिसकी मेडिकल रिपोर्ट में पुष्टि हुई थी। उन्होंने कहा कि युवक द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच एडिशनल एसपी को सौंपी गई है। उसका दोबारा मेडिकल भी कराया गया है।
पुलिस अधिकारी और कॉन्सटेबल को हटाया
एसपी ने कहा कि जो चोटें है वो 24 घंटे पूर्व की बताई जा रही हैं। मेडिकल में शिखा उखाड़ने जैसी कोई बात नही आई है। शिखा उखाड़ने का आरोप निराधार है ऐसी कोई घटना सीसीटीवी मे भी नही पाई गई है। हालांकि जांच को निष्पक्ष बनाने के लिए थाना प्रभारी और एक आरक्षक को लाइन अटैच कर दिया गया है। इस मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस स्टेशन प्रभारी वीसी बिश्वास और एक कांस्टेबल को सक्रिय ड्यूटी से हटा दिया गया है।