विशेषज्ञों ने कहा भारत में बीमारियों से सुरक्षित रखने के लिए वयस्कों के टीकाकरण को देना होगा बढ़ावा

Updated on 22-04-2023 02:00 AM
भोपाल। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने हेल्दीएजिंग को परिभाषित करते हुए कहा है कि ‘इस तरह की फंक्शनलएबिलिटी को डेवलप और मैंटेन करना, जिससे बड़ी उम्र में भी बेहतर जीवन सुनिश्चित हो सके।’ डब्ल्यूएचओ ने अपनी ‘डेकेड ऑफ हेल्दीएजिंग- बेसलाइन रिपोर्ट-2020’ में हेल्दीएजिंग के लिए वयस्कों के टीकाकरण को महत्वपूर्ण रणनीतियों में शुमार किया है।
भोपाल स्थित निदान मेडिकेयर के इंटर्नल मेडिसिन स्पेशलिस्ट डॉ. राजीव मदान ने कहा हम सभी लंबी उम्र जीना चाहते हैं और बुढ़ापे में भी स्वस्थ जीवन की कामना करते हैं, हालांकि हमारे शरीर की प्राकृतिक प्रतिरक्षा प्रणाली 50 साल की उम्र के बाद से कमजोर होने लगती है। जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, शिंगल्स, इन्फ्लूएंजा और न्यूमोनिया से जैसे संक्रमणों की चपेट में आने का खतरा बढ़ता जाता है। इन संक्रमणों से हमारी दैनिक गतिविधियों पर दुष्प्रभाव पड़ता है। उदाहरण के तौर पर, हर महीने मेरे पास 50 साल या इससे ज्यादा उम्र के 20-25 शिंगल्स के मरीज आते हैं। वे शिंगल्स के कारण होने वाले बेतहाशा दर्द और इससे उनके जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में बताते हैं। इसीलिए बुजुर्गों को इस तरह के संक्रमणों से अतिरिक्त सुरक्षा की जरूरत होती है, जिससे उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मदद मिले। टीकाकरण उन्हें यह सुरक्षा दे सकता है और उन्हें स्वस्थ जीवन जीने में मदद कर सकता है।
भारतीय आबादी की उम्र तेजी से बढ़ रही है। 2020 में 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों की संख्या 26 करोड़ थी, जो 2036 तक 40.4 करोड़ पर पहुंच जाने का अनुमान है जो उस समय की कुल अनुमानित जनसंख्या के 27 प्रतिशत के बराबर होगी। बढ़ती उम्र के साथ शरीर की प्रतिरक्षा शक्ति कमजोर होती है, जिससे बड़ी उम्र के लोगों में न्यूमोनिया, इन्फ्लूएंजा और शिंगल्स जैसे संक्रमणों की चपेट में आने का खतरा बढ़ जाता है। शिंगल्स एक वायरल बीमारी है, जो बड़ी उम्र के लोगों की जिंदगी को बहुत बुरी तरह से प्रभावित कर सकती है।  इस बीमारी के कारण बहुत दर्दनाक रैश हो जाते हैं। शिंगल्स के कारण होने वाले दर्द की तुलना प्रसव पीड़ा से की जाती है। कई लोगों में रैश ठीक हो जाने के बाद भी नर्व पेन बना रहता है और इससे उनके लिए दैनिक गतिविधियां मुश्किल हो जाती हैं और लोगों पर उनकी निर्भरता बढ़ जाती है। 
भारत में बीमारियों के कुल दबाव में से आधे से ज्यादागैर-संचारी रोगों (एनसीडी) जैसे कार्डियोवस्कुलर डिजीज, क्रोनिक रेस्पिरेटरी डिजीज और डायबिटीज के कारण है।  इस तरह के रोगों से जूझ रहे बड़ी उम्र के लोगों में वीपीडी की चपेट में आने का खतरा ज्यादा रहता है। हाल ही में आई एक रिपोर्ट में पाया गया था कि भारत में वीपीडी के कारण जितनी मौतें होती हैं, उनमें से 95 प्रतिशत वयस्क होते हैं।  ये बीमारियां केवल परेशान करने वाली ही नहीं होती हैं, बल्कि इनके कारण एनसीडी के लक्षण गंभीर होने और अस्पताल में भर्ती होने के मामले भी बढ़ जाते हैं। हाल के अध्ययनों में सामने आया है कि शिंगल्स का संक्रमण स्ट्रोक का खतरा बढ़ा देता है, विशेष रूप से संक्रमण होने के कुछ महीने के भीतर।  यह ध्यान देने की बात है कि शिंगल्स ऐसी बीमारी है, जिससे टीके द्वारा बचना संभव है। 
टीकाकरण ने चेचक और पोलियो जैसे संक्रमणों का उन्मूलन करते हुए लाखों जिंदगियां बचाई हैं। सभी बच्चों का टीकाकरण सुनिश्चित करने से बहुत उल्लेखनीय नतीजे मिले हैं। अब समय की जरूरत है कि वयस्कों के टीकाकरण को प्राथमिकता में लाया जाए, जिससे ज्यादा जिंदगियां बचाई जा सकें और जीवन की गुणवत्ता में सुधार हो। इन कदमों से व्यक्तिगत स्तर पर, परिवार पर और देश पर बीमारियों के कारण पड़ने वाला आर्थिक दबाव भी कम होगा।


अन्य महत्वपुर्ण खबरें

 22 November 2024
इंदौर: केयर सीएचएल हॉस्पिटल, इंदौर एक बार फिर चिकित्सा के क्षेत्र में नए मानक स्थापित कर रहा है। शुक्रवार 22 नवंबर, 2024 को प्रतिष्ठित रोबोटिक जोड़ प्रत्यारोपण एवं आर्थोस्कोपी सर्जन,…
 17 October 2024
इंदौर: इंदौर के अग्रणी मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल, वी वन हॉस्पिटल ने जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी में एक क्रांति लाते हुए अत्याधुनिक मिसो (एमआईएसएसओ) रोबोटिक प्रणाली की शुरुआत की है। यह नवीनतम तकनीक,…
 17 October 2024
इंदौर: ब्रेस्ट कैंसर जागरूकता माह के अवसर पर मेदांता अस्पताल और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) के संयुक्त तत्वावधान में इंदौर में दो दिवसीय विशेष कार्यक्रम वायएन रोड स्थित एसबीआई के…
 11 October 2024
इंदौर: इंदौर के केयर सीएचएल अस्पताल ने मध्यभारत में चिकित्सा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए पहली अत्याधुनिक चौडे टनल वाली एमआरआई 670 ए.आई मशीन स्थापित की है। इस…
 05 October 2024
महाधमनी स्टेनोसिस के साथ सबसे बड़ी चुनौती यह है कि यह कम उम्र में कोई लक्षण प्रदर्शित नहीं करता है और आमतौर पर वृद्धावस्था के दौरान गंभीर महाधमनी वाल्व क्षति…
 03 October 2024
इंदौर – नींद संबंधी बीमारियों पर मध्य भारत में पहली बार दो दिवसीय इंटेरनेशनल कॉन्फ्रेंस 5 और 6 अक्टूबर, 2024 को इंदौर होने जा रही है। साउथ ईस्ट एशियन एकेडमी ऑफ स्लीप मेडिसिन (SEAASM) द्वारा…
 28 September 2024
इंदौर - लायंस क्लब ऑफ इंदौर - महानगर एवं मेदांता हॉस्पिटल, इंदौर के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार को एक हृदय रोग शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर एस टी…
 27 September 2024
इंदौर - रावल फर्टिलिटी और रावल नेचुरल बर्थिंग ने संयुक्त रूप से विश्व गर्भनिरोधक दिवस के अवसर पर एक सफल वेबिनार का आयोजन किया। "गर्भनिरोधक के विभिन्न तरीके" नामक इस…
 11 September 2024
भोपाल : एक संतुलित और पौष्टिक आहार पूरे स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। सही पोषण और खानपान की सेहतमंद आदतों के महत्व को समझने के लिए हम 1 से 30 सितंबर…
Advt.