नई दिल्ली । जाते हुए इस साल में फिनटेक दुनिया में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित लेंडिंग का जोर रहा। पहले की जटिल प्रक्रियाओं के बजाय अब फिनटेक कंपनियां उपभोक्ताओं और कंपनियों को तुरंत कर्ज दे रही हैं। कर्ज लेना कभी एक लंबी प्रक्रिया हुआ करता था लेकिन तकनीक ने इसे आसान कर दिया है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और डेटा साइंस की मदद से अब लेंडिंग की प्रक्रिया सिर्फ कुछ घंटों में हो रही है। लैंडिंग, अंडरराइटिंग, वितरण जैसी सभी प्रक्रियाओं में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मदद कर रहा है। यही कारण है कि लेंडिंग और लोन मैनेजमेंट से जुड़ी अधिकतर कंपनियां एआई और मशीन लर्निंग से जुड़े विशेषज्ञ की भर्ती कर रही है।
ऐसी ही एक कंपनी है रेकर क्लब जो कंपनियों को कैपिटल मुहैया कराती है वो भी बिना किसी डेट या इक्विटी डाइल्यूशन के। कंपनी के फाउंडर्स आईआईटी, आईआईएम जैसी संस्थाओं से पढ़े हैं और अपनी तकनीकी योग्यता का इस्तेमाल लेंडिंग की प्रक्रिया को आसान बनाने में कर रहे हैं।
कंपनियों के लिए ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया सिर्फ कुछ मिनटों में पूरी कर ली जाती है। केवाईसी, वित्तीय जानकारियां और रेकरिंग रेवेन्यू जैसी जानकारियां देते हीं सिस्टम कंपनी की वित्तीय सेहत का आकलन कर लेता है। मशीन लर्निंग आधारित रेटिंग इंजन तुरंत कंपनी के एनुअल रेकरिंग रेवेन्यू के आधार पर उसके फाइनेंशियल सीमा का आकलन करती है।
यानी कंपनियां सिर्फ एक क्लिक से कैपिटल ले सकती हैं। एआई बिना क्रेडिट हिस्ट्री वाले क्लाइन्ट्स के भी क्रेडिट योग्यता को पहचानने में मदद करती है। 2021 में एआई और ब्लॉकचेन आधारित लेंडिंग प्लैटफॉर्म्स में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी गई है। अनुमान के मुताबिक यह ट्रेंड आने वाले दिनों में और बढ़ेगा।