मौसम विज्ञान केंद्र अनुसार उत्तर-पश्चिमी मप्र एवं उससे लगे उत्तर-पूर्वी राजस्थान पर अवदाब का क्षेत्र बना है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि अवदाब के क्षेत्र के सोमवार को राजस्थान पहुंचकर गहरे अवदाब के क्षेत्र में परिवर्तित होने के आसार हैं। बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवात भी कम दबाव के क्षेत्र में बदलने वाला है।
मानसून द्रोणिका भी मप्र से होकर जा रही हैं। इस वजह से पूरे प्रदेश में बारिश होने की संभावना बनी हुई है। रुक-रुककर बारिश का सिलसिला अभी दो-तीन दिन तक बना रह सकता है। बता दें कि इस सीजन में एक जून से लेकर 25 अगस्त की सुबह साढ़े आठ बजे तक भोपाल अंचल के राजगढ़ के ब्यावरा में 139, रायसेन के बेगमगंज में 135, भोपाल के नवीबाग में 129, भोपाल एयरपोर्ट क्षेत्र में 112.4, सागर के खुरई में 110.2, मिलीमीटर से ज्यादा बारिश हो चुकी है।
कुछ दिनों तक मौसम साफ रहने के बाद पिछले एक सप्ताह में मप्र में जोरदर बारिश का दौर चल रहा है, इसमें भोपाल अंचल भी खास प्रभावित रहा है। भोपाल और भोपाल के आसपास गरज और चमक के साथ बारिश हो रही है। नदी नाले उफान पर है और जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है।