भोपाल। शुक्रवार रात गोविंदपुरा थाना क्षेत्र के भारती निकेतन के पास कार की टक्कर से विकास नगर निवासी 20 वर्षीय मोनू उर्फ राकेश चौधरी की मौत हो गई थी। उसके बाद भीड़ ने सोनू का इलाज करने से मना करने का आरोप लगाते हुए सिटी अस्पताल में तोड़फोड़ कर दी थी। शनिवार को स्वजन ने राकेश का शव अस्पताल के सामने रखकर प्रदर्शन किया।यह है मामला
उनका आरोप था कि समय पर राकेश का उपचार शुरू कर दिया जाता, तो उसकी जान बच सकती थी। पुलिस ने इस मामले में अस्पताल के सीसीटीवी के फुटेज से वस्तुस्थिति पता करने एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) को मामले की जांच के लिए पत्र लिखने का भरोसा दिलाया। इसके बाद मामला शांत हुआ। वे लोग शव को अंतिम संस्कार के लिए नरसिंहगढ़ लेकर रवाना हो गए।
लिखित शिकायती आवेदन दिया
गोविंदपुरा थाना प्रभारी अवधेश सिंह तोमर ने बताया कि शनिवार दोपहर करीब एक बजे विकास नगर के लोग राकेश का शव लेकर अस्पताल के सामने पहुंचे थे। उन्होंने एक लिखित शिकायत भी दी। उसमें बताया कि घटना के बाद लोग गंभीर रूप से घायल राकेश को लेकर अस्पताल पहुंचे थे। वहां समय पर उसका उपचार नहीं किया गया। इस वजह से उसकी जान चली गई। उधर, अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि अस्पताल लाए जाने से पहले ही युवक की मौत हो चुकी थी।
पुलिस करेगी जांच
थाना प्रभारी तोमर ने बताया कि शिकायत के आधार पर पुलिस अस्पताल में लगे सीसीटीवी के डीवीआर से पता लगाएगी, कि क्या अस्पताल प्रबंधन ने वास्तव में इलाज शुरू करने में लापरवाही बरती थी। साथ ही सीएमएचओ को भी इस संबंध में पत्र लिखा जाएगा।
अस्पताल में की थी तोड़फोड़
बता दें कि राकेश की मौत के बाद शुक्रवार रात को भीड़ ने सिटी अस्पताल में तोड़फोड़ कर सुरक्षाकर्मियों के साथ मारपीट कर दी थी। अस्पताल प्रबंधन की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।