तालिबान नेताओं का आपसी मतभेद उजागर

Updated on 13-09-2021 08:28 PM
काबुल। अफगानिस्‍तान पर तालिबान की अंतरिम सरकार भले ही गठित हो गई हो पर सत्ता को लेकर मतभेद सामने आने लगा है। ऐसा इसलिए कि पहली बार किसी विदेशी नेता ने काबुल की यात्रा की है। कतर के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुर रहमान अल सानी एक प्रतिनिधिमंडल के साथ काबुल की यात्रा पर पहुंचे। इस दौरान शेख मोहम्‍मद ने तालिबानी पीएम मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद और गृहमंत्री सिराजुद्दीन हक्‍कानी समेत तमाम तालिबानी नेताओं से मुलाकात की। इस बैठक के दौरान कतर में मुख्‍य वार्ताकार रहे मुल्‍ला बरादर और उप विदेश मंत्री शेर मोहम्मद अब्बास स्तानिकजई दोनों ही नदारद थे। इन प्रमुख नेताओं के गायब रहने से अटकलों का बाजार गरम हो गया है।
यही नहीं मुल्‍ला बरादर के हक्‍कानी नेटवर्क के आतंकियों के साथ संघर्ष में घायल होने की खबरों के बाद से ही वह सार्वजनिक रूप से नहीं दिख रहा है। सोशल मीडिया में चल रही अटकलों में मुल्‍ला बरादर के बुरी तरह से घायल होने या मारे जाने का दावा किया जा रहा है। हालांकि इसकी अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। उधर, भारत के आईएमए में पढ़े उप विदेश मंत्री शेर मोहम्मद अब्बास स्तानिकजई भी अपना कद घटाए जाने से खफा बताए जा रहे हैं। इससे पहले आई खबरों में कहा गया था कि शेर मोहम्मद अब्बास स्तानिकजई को विदेश मंत्री बनाया जाएगा लेकिन उन्‍हें उप विदेश मंत्री पद से ही संतोष करना पड़ा है। माना जा रहा है कि मुल्‍ला बरादर के अमेरिका से नजदीकी और शेर मोहम्‍मद के भारत के साथ बातचीत के बाद पाकिस्‍तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के कान खड़े हो गए और उसने इन दोनों ही के पर कतर दिए। मुल्‍ला बरादर की हक्‍कानी नेटवर्क के नेताओं से संघर्ष हुआ था जिसे आईएसआई ने ही पाल रखा है।
खबरों के मुताबिक का मुल्‍ला बरादर का हक्कानी नेटवर्क के नेता अनस हक्कानी और खलील हक्कानी के साथ झड़प हुई थी। रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया गया था कि बरादर अब पाकिस्तान में इलाज करा रहा है। मुल्ला बरादर ने ही अपने बहनोई मुल्ला उमर के साथ मिलकर तालिबान की स्थापना की थी। तालिबान का सह-संस्थापक और मुल्ला उमर के सबसे भरोसेमंद कमांडरों में से एक मुल्ला अब्दुल गनी बरादर को 2010 में पाकिस्तान के कराची में गिरफ्तार कर लिया गया था। हालांकि डोनाल्ड ट्रंप के निर्देश और तालिबान के साथ डील होने के बाद पाकिस्तान ने इसे वर्ष 2018 में रिहा कर दिया था। तालिबान ने साल 2013 में कतर की राजधानी दोहा में राजनीतिक कार्यालय खोला था। कतर तुर्की के साथ मिलकर काबुल हवाई अड्डे को तकनीकी सहायता भी मुहैया करा रहा है। इतने महत्‍वपूर्ण देश के उप प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात के दौरान मुल्‍ला बरादर के न रहने से तालिबान नेताओं में मतभेद को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं। 

अन्य महत्वपुर्ण खबरें

 23 November 2024
बांग्लादेश के रंगपुर में शुक्रवार 22 नवंबर को सनातन जागरण मंच की तरफ से एक रैली का आयोजन किया गया था। रैली में शामिल होने पहुंची एक बस रास्ते में…
 23 November 2024
पाकिस्तान में खैबर पख्तूनख्वा प्रांत (KPK) में शुक्रवार को दो गुटों की हिंसा में 18 लोगों की मौत हो गई, जबकि 30 से ज्यादा घायल हो गए। KPK के ही…
 23 November 2024
रूस की नई इंटरमीडिएट मिसाइल के हमले के बाद पश्चिमी देशों में तनाव पैदा हो गया है। इसके चलते यूक्रेन और नाटो के बीच मंगलवार (26 नवंबर) को इमरजेंसी बैठक…
 23 November 2024
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने भारत के बजाय चीन की यात्रा करने के फैसले का बचाव किया है। उन्होंने इसे बेतुका बताया। काठमांडू टाइम्स के मुताबिक ओली 2…
 22 November 2024
बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार ने 16 नवंबर को अपने कार्यकाल के 100 दिन पूरे कर लिए है। 18 नवंबर को ट्रांसपेरैंसी इंटरनेशनल बांग्लादेश की तरफ से जारी…
 22 November 2024
पाकिस्तान के खैबर पख्तूख्वा प्रांत में गुरुवार को एक पैसेंजर वैन पर फायरिंग की गई। इसमें 50 लोगों की मौत हो गई। 20 लोग घायल हैं। घटना खैबर पख्तूनख्वा के…
 22 November 2024
प्रधानमंत्री मोदी 2 दिवसीय गुयाना दौरे पर हैं। दौरे के आखिरी दिन गुरुवार को वे गुयाना की संसद को संबोधित करने पहुंचें। अपने संबोधन के दौरान PM मोदी ने कहा…
 22 November 2024
इजराइली PM बेंजामिन नेतन्याहू पर अंतरराष्ट्रीय क्रिमिनल कोर्ट (ICC) के लगाए वॉर क्राइम के आरोपों और अरेस्ट वारंट पर पश्चिमी देश आपस में बंट गए हैं। न्यूज एजेंसी AP के…
 22 November 2024
यूक्रेन पर मिसाइल हमले के कुछ ही घंटे बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अचानक देश के नाम संबोधन दिया। रॉयटर्स के मुताबिक उन्होंने कहा कि पश्चिमी हमले के जवाब…
Advt.