सतना | कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अजय कटेसरिया ने विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 62 रैगांव के उप चुनाव के लिये गठित किये जाने वाले मतदान दलों के अधिकारियों-कर्मचारियों के प्रशिक्षण स्थल का निरीक्षण कर उन्हें दिये जा रहे प्रशिक्षण कार्य का जायजा लिया। इस मौके पर प्रशिक्षण के नोडल अधिकारी सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित राव झाड़े, सहायक नोडल जिला शिक्षा अधिकारी सच्चिदानंद पाण्डेय, मास्टर ट्रेनर डॉ बीके गुप्ता भी उपस्थित थे।
रैगांव
विधानसभा के लिये गठित होने वाले मतदान दलों के पीठासीन अधिकारी और मतदान अधिकारी क्रमांक-1 को प्रथम चक्र का प्रशिक्षण 12 अक्टूबर को दो पालियों में शासकीय कन्या धवारी स्कूल और शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय व्यंकट क्रमांक-1 में प्रथम पाली में प्रात: 9:30 से दोपहर 1 बजे तक और द्वितीय पाली में दोपहर 2 बजे से शाम 5:30 बजे तक 8-8 कक्षों में दिया गया। इस मौके पर जिला निर्वाचन अधिकारी श्री कटेसरिया ने प्रत्येक कक्ष में जाकर मतदान दलों के अधिकारियों को दिये जा रहे प्रशिक्षण का जायजा लिया।
प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि कोविड प्रोटोकाल के तहत सभी मतदान केंद्रों में सैनिटाइजर, साबुन, पानी, मेडिकेटेड वेस्ट मटेरियल डिस्पोजल डस्टबिन की उपलब्धता रहेगी। मतदान केंद्रों में थर्मल जांच और मास्कविहीन मतदाताओं के लिये मास्क की सुविधा भी रहेगी। वास्तविक मतदान के पूर्व सीयू में दर्ज मॉकपोल का डाटा क्लियर करना सुनिश्चित करने के लिए मतदाता रजिस्टर 17‘क’ में पहले मतदाता के हस्ताक्षर करने से पूर्व मतदान अधिकारी क्रमांक-1 और पीठासीन अधिकारी सीयू का निरीक्षण कर रजिस्टर 17‘क’ में प्रमाण पत्र अंकित करेंगे, कि टोटल शून्य पाया गया है।
मतदान केंद्र में वास्तविक मतदान शुरू होने के 90 मिनट पहले अभ्यर्थी के एजेंटों की उपस्थिति में मॉकपोल प्रारंभ किया जाएगा। मॉकपोल के दौरान कम से कम 50 वोट डाले जाएंगे। जिनमें सभी अभ्यर्थियों को कवर किया जाएगा। मतदान समाप्ति के पश्चात मतदाता रजिस्टर 17‘क’ में अंतिम मतदाता के नीचे लाल स्याही से लकीर खींच कर पीठासीन अधिकारी दस्तखत करेंगे। मतदान समाप्ति के बाद क्लोज बटन अनिवार्य रूप से दबाकर इस आशय का प्रमाण पत्र भी देना होगा। वीवीपैट की बैटरी भी निकालनी होगी।
थर्मल स्कैनिंग के दौरान यदि किसी मतदाता का तापमान मानक से अधिक पाया जाता है, तो ऐसे मतदाता को वापस कर मतदान समाप्ति के 1 घंटे पूर्व मतदान का अवसर दिया जाएगा। मतदान दल के अधिकारियों को मतदान प्रक्रिया भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देश और ईव्हीएम संचालन का हैन्ड्स-ऑन प्रशिक्षण दिया गया।