भोपाल । वन विभाग अब लकड़ी डिपो की नीलामी ऑन लाइन करने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए नियमों में संशोधन करने के साथ ही इसके लिए अपने साफ्ट वेयर में बदलाव भी कर रहा है। विभाग नए साल से लकड़ी डिपो की नीलामी ऑन लाइन करना शुरू कर देगा। प्रदेश में एक हजार करोड़ रूपए की प्रति वर्ष लकड़ी की नीलामी की जाती है।
मध्य प्रदेश में 11 उत्पादन वनमंडल हैं। इनमें 42 लकड़ी डिपो हैं। जिनसे हर साल एक हजार करोड़ रुपए से अधिक की लकड़ी बेची जाती है। इनमें से प्रत्येक डिपो में दो से ढाई हजार लॉट की नीलामी होती है। वर्ष 2020 में मंडला के कालपी लकड़ी डिपो में 50 लॉट नीलाम हुए थे। इनमें से 20 लॉट में गड़बड़ी सामने आई थी। मामले में मंडला उत्पादन वनमंडल के तत्कालीन वनमंडल अधिकारी को निलंबित किया गया है। इस स्थिति को देखते हुए विभाग ने एक बार फिर ऑनलाइन नीलामी पर जोर दिया है।
तीन साल पहले हो चुकी है कांशिश
इससे पहले वर्ष 2018 में भी ऑनलाइन नीलामी की कोशिश हुई थी, पर नीलामी में सैकड़ों व्यापारियों के शामिल होने के कारण सॉफ्टवेयर पर दबाव बढ़ा और वह अनुपयोगी हो गया था। मंडला जिले के कालपी लकड़ी डिपो में ऑफलाइन नीलामी में बड़ी गड़बड़ी सामने आने के बाद वन विभाग ने इमारती व जलाऊ लकड़ी की नीलामी ऑनलाइन करने का निर्णय लिया है। विभाग मेप आइटी (विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग) से सॉफ्टवेयर बनवा रहा है, जो लगभग तैयार है। अक्टूबर से व्यवस्थित नीलामी प्रक्रिया शुरू होगी।
बैंकिंग और सुरक्षा विशेषताओं की जांच
बताया जाता है कि सॉफ्टवेयर की टेस्टिंग की जा रही है। दूरसंचार मंत्रालय की टेलिकम्यूनिकेशन शाखा को भेजकर सॉफ्टवेयर की सुरक्षा विशेषताओं की जांच कराई जाना है। वहीं बैंकिंग सुरक्षा विशेषताओं की भी जांच की जाना है। क्योंकि नीलामी प्रक्रिया में शामिल होने वाले व्यापारी ऑनलाइन भुगतान करेंगे।