भोपाल / भारत में अभी पोषण माह मनाया जा रहा है। इसके साथ ही भारत के विविधतापूर्ण और स्वादिष्ट क्षेत्रीय व्यंजन नवाचार स्वाद और सुगंध से अपना महत्व बढ़ा रहे हैं आपके पोषण के लिये इन गुणों को प्रोटीन के साथ मिलाया गया है पॉल्ट्री ढाबा से पावर्ड और यूएसएसईसी (यू.एस. सोयाबीन एक्सेपोर्ट काउंसिल) द्वारा समर्थित इस पहल में 28 स्वादिष्ट और संपूर्ण पोषण देने वाली क्षेत्रीय थालियों का एक बेहतरीन संकलन प्रस्तुत किया गया भारत के हर राज्य जैसे मध्यप्रदेश महाराष्ट्र, हैदराबाद पंजाब आदि से एक थाली आई थी जो बैलेंस्डे डाइट की पूरक थी इसका उद्देश्ये था प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा वाले संतुलित आहार पर रोशनी डालना ऐसे प्रोटीन जो इम्युानिटी और सेहत बनाते हैं और आप तंदुरुस्त रहते हैं।
थाली का कॉन्सेप्ट खान-पान की पोषक पद्धति को सामने लाने के लिये था पूरी दुनिया में लोग फ्राइज और कुकीज और पता नहीं क्या-क्या खाते रहते हैं हालांकि भारतीय होने के नाते हमें थाली के कॉन्सेप्ट को सम्मान देना चाहिये क्योंकि हमारी बाल पीढ़ी को भोजन के इस तरीके का महत्व बताना जरूरी है उनका सामना कई तरह के जंक और फास्ट फूड से होता है जिनसे मेटाबॉलिज्म की बीमारियाँ और गैर-संक्रामक रोग हो सकते हैं इसके पीछे प्रयास स्थायी और पारंपरिक भोजन प्रणाली को अपनाने का है जिससे हर कोई पोषित हो सकता है साथ ही हमारे रोज की डाइट में प्रोटीन की सही मात्रा शामिल की जानी चाहिये।
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मध्यप्रदेश की राज्य पोषण सलाहकार सुश्री विनीता मेवाड़ा ने कहा संपूर्ण पोषण देने वाले भोजन की कुंजी है इनोवेशन उदाहरण के लिये सामान्य ग्रीन करी जैसे हरियाली करी रेसिपी में अंडा मिलाया जा सकता है यह हरियाली एग करी धनिये की पत्तियों सहजन की पत्तियों और पालक को बेस के तौर पर इस्तेमाल करने का एक स्वादिष्ट तरीका है और यह चीजें बहुत सेहतमंद होती हैं इसे बनाना आसान है और यह पोषण से भरपूर होती है अंडे मिलाने से यह रेसिपी बहुत प्रोटीन वाली डिश बन जाती है इसके अलावा चिकन कटलेट एक हेल्थी रेसिपी है जिसे चिकन कीमा रागी और मसालों से बनाया जाता है यह कटलेट्स तेल की केवल कुछ बूंदों से हल्के तले जा सकते हैं और इस प्रकार यह प्रोटीन से भरपूर और सुपर हेल्थीे कुकिंग ऑप्शन हैं।
विभिन्न राज्यों के विविधतापूर्ण व्यंजनों वाली “हमारी प्रोटीन थाली’’ को भारत के पोषण विशेषज्ञों की अग्रणी संस्थाओं का समर्थन प्राप्ता है। उन्होंने बैलेंस्ड डाइट (संतुलित आहार) के लिये बड़ी सावधानी से आहारीय आवश्याकताओं को मिलाया है। उदाहरण के लिये एक सामान्य थाली में शाकाहारी और मांसाहारी, दोनों तरह के भोजन होते हैं, जैसे चिकन, अंडा, आदि, जो उसे ताकतवर थाली बनाते हैं! मध्यप्रदेश की प्रोटीन से भरपूर शाकाहारी और मांसाहारी थालियाँ सीनियर डायटिशियन श्रीमती अमिता सिंह ने बनाई थीं। वे नेटप्रोफैन की को-कन्वेशनर और वूमन एंड चाइल्डस वेलफेयर डिपार्टमेंट की कंसल्टेन्ट हैं।