नई दिल्ली : वर्ल्ड फिज़ियोथेरेपी डे के अवसर पर, फिज़ियोथेरेपी और रिहैबिलिटेशन विभाग, इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल्स, नई दिल्ली ने ऑस्टियोआर्थ्राईटिस के इलाज में फिज़ियोथेरेपी के महत्व के बारे में एक जागरुकता सत्र का आयोजन किया। इस ईवेंट में ऑस्टियोआर्थ्राईटिस से पीड़ित एक मरीज के जीवन और बीमारी से संबंधित दर्द में सुधार लाने के लिए फिज़ियोथेरेपी में हुई नई प्रगति पर रोशनी डाली गई।
ऑस्टियोआर्थ्राईटिस की बीमारी बढ़ती उम्र के साथ होती है। इस बीमारी का मुख्य कारण हड्डियों की डिजनरेटिव प्रक्रिया है। फिज़ियोथेरेपी का इलाज मोबिलिटी बढ़ाने और प्रभावित जोड़ों के काम को पुनः सुचारू रूप से स्थापित करने में मदद करता है। इसके इलाज की विभिन्न विधियों में व्यायाम, इलेक्ट्रोथेरेपी, हाईड्रोथेरेपी शामिल होते हैं, जो पेशियों को मजबूत कर जोड़ों के दर्द से राहत देते हैं।