मुरैना । अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर शास. कन्या हायर सेकंडरी स्कूल मुरैना में मुरैना यूथ अकादमी संस्था द्वारा जागरूकता संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें स्वास्थ्य विभाग के डी.पी. एम. एसपी श्रीवास्तव, महिला एवं बाल विकास विभाग मुरैना शहरी के परियोजना अधिकारी मनीषसिंह, न्यूट्रिशन इंटरनेशनल के संभागीय समन्वयक मिर्ज़ा रफीक बेग, डीएच ओ डॉ. पद्मेश उपाध्याय, विद्यालय के प्राचार्य ए. के. जैन के अलावा संस्था सचिव संदीप सेंगर उपस्थित थे ।
कार्यक्रम में उपस्थित बालिकाओं को संबोधित करते हुए डीपीएम एस पी श्रीवास्तव द्वारा बताया कि किशोरावस्था पोषण की दृष्टि से बालिकाओं के लिए संवेदनशील समय होता है, तेज शारीरिक विकास के कारण पौष्टिक आहार की माँग में वृद्धि होती है । किशोरावस्था के दौरान लिए गए आहार सम्बन्धी निर्णय, आचरण पोषण
सम्बन्धी समस्याओं में योगदान कर सकते हैं, जिसका स्वास्थ्य एवं शारीरिक क्षमता पर आजीवन असर रहता है
इसलिये बालिकाएं अपने दैनिक आहार में पोष्टिकता से भरपूर आहार लेना सुरू करें, इस अवसर पर डी एच ओ पद्मेश उपाध्याय द्वारा बालिकाओं को उनके परिवार में कोरोना वैक्सीन के दूसरे डोज को लगवाने के संबंध में जागरूक किया गया साथ ही कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु दिशानिर्देशों पर चर्चा की गई,संभागीय समन्बयक मिर्ज़ा रफीक बेग द्वारा बताया गया कि भारत में किशोरों का एक बड़ा भाग, 40त्न लड़कियाँ और 18त्न लड़के, एनीमिया (रक्त की कमी) से पीड़ित है।
किशोरों में एनीमिया, उनके विकास, संक्रमणों के विरुद्ध प्रतिरोध-शक्ति तथा ज्ञानात्मक विकास और कार्य की उत्पादकता को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करता है। इस लिये हमें हिमोग्लोबिन की जांच कराते रहना चाहिए,इस अवसर पर परियोजना अधिकारी श्री मनीष सिंह द्वारा बालिकाओं के सशक्तिकरण हेतु संचालित विभागीय योजनाओं की जानकारी देते हुए किशोरावस्था में होने वाले परिवर्तनों के विषय में चर्चा की गई ।
इस अवसर विद्यालय के प्राचार्य द्वारा बालिकाओं की सुरक्षा एवं संरक्षण के बारे में विस्तार से बताते हुए जागरूक किया गया, संगोष्ठी में संस्था सचिव संदीप सेंगर द्वारा समाज मैं फैली हुई सामाजिक कुरीति जेंडर आधारित भेदभाव, बाल विवाह, घरेलू हिंसा के प्रति जागरुक किया गया ।