भोपाल। भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर सोमवार को शहर में ब्रजधाम जैसा माहौल दिखा। दिनभर मंदिरों से धार्मिक अनुष्ठान होते रहे। जैसे ही रात 12 बजे, वैसे ही आरती व बधाई के मधुर स्वर नंद के घर आंनद भयो, जय कन्हैया लाल के गुजांयमान हो उठे। श्रीजी मंदिर, बिड़ला मंदिर, इस्कॉन टेंपल पटेल नगर, श्रीकृष्ण प्रणामी सहित सभी श्रीकृष्ण मंदिरों में भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव पर माखन-मिश्री लुटाई गई। श्रद्धालुओं ने बाल गोपाल के रूप में भगवान के दर्शन किए। आरती के बाद पंजीरी व माखन का प्रसाद बांटा गया।
पहली बार श्रीकृष्ण बनकर निकले प्रभु श्रीनाथ
पुराने शहर के लखेरापुरा श्रीजी मंदिर में विराजे प्रभु श्रीनाथ भगवान श्रीकृष्ण बनकर निकले। शोभायात्रा लखेरापुरा से निकाली गई। मार्ग में 21 चौराहों पर माखन की मटकियां टांगी गईं। शोभायात्रा में शामिल युवाओं की टोली मटकियों को फोड़ते हुए आगे बढ़ रही थी। श्रीकृष्ण, राधा, बलराम, सुदामा बने बच्चे चल रहे थे। भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं से लेकर मामा कंस के वध तक की झांकी आकर्षक का केंद रही।
कृषि मंत्री शिवराज ने गाया भजन, फोड़ी मटकी
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल स्थित अपने आवास पर जन्माष्टमी उत्सव का आयोजन किया। इस दौरान शिवराज सिंह चौहान ने श्रद्धालुओं के साथ भजन गाया और गोविंदा बन दही हांडी भी फोड़ी। इस दौरान उनकी पत्नी साधना सिंह चौहान मटकी की डोर खींचती रहीं। वहीं, गोविंदाओं की टोली ने अपने लाड़ले मामा को गोद में उठाकर ऊपर टंगी मटकी तक पहुंचाया। शिवराज ने नारियल से मटकी फोड़ी।
इससे पहले बरखेड़ी में अहीर यादव समाज के मंदिर में पहुंचकर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लड्डू गोपाल की पूजा अर्चना की। यहां से शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।
गोपाल मंदिर में हुई भजन संध्या
टीला जमालपुर स्थित गोपाल मंदिर में जन्माष्टमी पर्व धूमधाम से मनाया गया। अध्यक्ष प्रमोद नेमा ने न बताया की इस अवसर पर भजन संध्या का आयोजन किया गया। रात 12 बजे नंदलाला का प्राकट्य उत्सव, आरती हुई, तत्पश्चात श्रृंगार दर्शन, छठी पूजन, झूला एवं प्रसादी बांटीं गई।
इस्कॉन मंदिर में 108 व्यंजनों का भोग लगा
राजधानी के इस्कॉन मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव धूमधाम के साथ मनाया गया। मंदिर परिसर में हरे रामा...हरे कृष्णा के स्वर गूंजते रहे। मंदिर के अध्यक्ष अच्युत कृष्ण प्रभु ने बताया कि जन्माष्टमी पर यहां अमेरिका, रूस और यूरोप से भी विदेशी भक्त शामिल हुए। 60 हजार भक्तों के लिए महाप्रसाद वितरण की व्यवस्था की गई। 108 व्यंजनों का भोग लगाया गया।
इन मंदिरों भी हुए विशेष आयोजन
शहर के भेल बरखेड़ा श्रीकृष्ण मंदिर, बांके बिहारी मंदिर चौबरदारपुरा, बांके बिहारी मंदिर साउथ टीटी नगर में भगवान के जन्मोत्सव पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। रात 12 बजे नंदलाला का प्राकट्य उत्सव हुआ, आरती की गई। प्रसादी का वितरण किया गया।
घरों में हुआ लड्डू गोपाल का पूजन
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर घरों में लोगों ने लड्डू गोपाल की पूजा की। श्रद्धा, भक्ति और उल्लास का वातावरण देखने का मिला। सुबह से घरों में कृष्ण जन्म की तैयारियां शुरू हो गई थीं। भगवान कृष्ण का जगह-जगह वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पंचामृत से अभिषेक किया गया। इंटरनेट मीडिया पर एक-दूसरे को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की बधाई दी।