मुंबई । विमानन कंपनी जेट एयरवेज के विमान एक बार फिर आसमान में उड़ान भरते नजर आएंगे। दरअसल, दिवालिया हो चुकी जेट एयरवेज की बोली जीतने वाले कंसोर्टियम ने कहा कि वह इस एयरलाइन में पैसा लगाने को तैयार है और इसके लिए उसने कर्ज समाधान योजना पर अमल की प्रक्रिया तेज करने की मांग की है।
मुरारी लाल जालान और फ्लोरियन फ्रिश्च के कंसोर्टियम ने कहा कि उसने समाधान योजना पर अमल को तेज करने के लिए नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) से संपर्क किया है। उसने कहा कि वह जेट एयरवेज का घरेलू परिचालन वर्ष 2022 में दोबारा शुरू करने पर भी काम कर रहा है।
आईबीसी के तहत चलाई गई कर्ज समाधान प्रक्रिया के तहत इस कंसोर्टियम की तरफ से पेश योजना को एनसीएलटी ने पिछले जून में मंजूरी दे दी थी। कंसोर्टियम ने कहा कि वह स्वीकृत योजना के अनुरूप सभी हितधारकों को बकाया भुगतान करना चाहता है जिसमें जेट एयरवेज के पूर्व कर्मचारी, कामगार और कर्जदाता संस्थान शामिल हैं।
उसने कहा कि उसके पास जरूरी पूंजी का इंतजाम हो गया है और अब वह समाधान योजना पर तेजी से अमल करना चाहता है। कंसोर्टियम ने एनसीएलटी के समक्ष दिए गए आवेदन में कहा है कि वह 22 दिसंबर 2021 से इस योजना को प्रभाव में लाना चाहता है। इस बीच परिचालन संबंधी मुद्दों पर वह अधिकारियों और एयरपोर्ट संचालकों के संपर्क में भी है।