वहीं परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए फोटो खींचवाने, डिजिटल हस्ताक्षर सहित अन्य प्रक्रिया पूरी करने के बाद भी लाइसेंस नहीं पा रहे हैं। ऐसे में पांच हजार से अधिक पंजीयन व लाइसेंस के आवेदन लंबित हो गए हैं। लोग आरटीओ के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उन्हें वाहनों के पंजीयन कार्ड व लाइसेंस नहीं रहे हैं।
जिन लोगों ने बीते दो महीने पहले वाहन खरीदे हैं, वो पहले डीलरों पास जाते हैं, वहां पंजीयन कार्ड नहीं मिलते हैं तो आरटीओ जाते हैं, जहां भी स्मार्ट चिप कार्ड की कमी के चलते पंजीयन कार्ड नहीं बन रहे हैं। बता दें कि बीते दो वर्ष से रूस व यू्क्रेन युद्ध के चलते स्मार्टचिप कार्ड की कमी चल रही है। बीते तीन से चार दिनों में कार्ड, इंक व रिबन की दिक्कत अधिक हो गई है।