समाजजन के अनुसार पूनमचंद यादव का जीवन संघर्ष के बीच गुजरा। उन्होंने कपड़ा बनाने वाली हीरा मिल में नौकरी भी की। मुख्यमंत्री मोहन यादव सहित उनके तीन बेटे और दो बेटियां हैं। पिता के निधन की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री यादव भोपाल से उज्जैन पहुंचे।
सीएम के पिता के निधन पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, दिग्विजय सिंह, भाजपा के वरिष्ठ नेताओं, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी आदि ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से शोक संवेदनाएं व्यक्त कीं। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सिर से पिता का साया उठ जाना जीवन की अपूरणीय क्षति है।
दुख की इस विकट घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिवार के साथ है। पूज्य पिताजी भले ही भौतिक रूप से साथ नहीं है, किंतु उनके आशीर्वाद की छाव सदैव आपके साथ है। बाबा महाकाल दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें।
दिग्विजय सिंह ने एक्स हैंडल पर पोस्ट कर लिखा कि मुख्यमंत्री मोहन यादव के पिता पूनमचंद यादव के निधन की खबर दुःखद है। भगवान दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें एवं दुःख की इस घड़ी में परिजनों को संबल प्रदान करें। विनम्र श्रद्धांजलि।
जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री के पिता के निधन पर गहरी शोक संवेदनाएं व्यक्त की हैं। इनके अलावा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि पिता का साया सिर से उठना एक पुत्र पर उसके जीवन का सबसे बड़ा वज्रपात होता है। इस खालीपन को कभी भरा नहीं जा सकता।
प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि मोहन यादव के पिता के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद एवं पीड़ादायक हैं। बाबा महाकाल शोकाकुल परिजनों को दुःख की इस घड़ी में संबल प्रदान करें।