मौलाना-छात्रों के विरोध की वजह से बैरंग लौटी

Updated on 19-09-2021 07:51 PM

इस्लामाबाद अफगानिस्तान में तालिबान को मिली जीत का सबसे बुरा असर पाकिस्तान पर पड़ता दिखाई दे रहा है। पाकिस्तान के कट्टरपंथी अब अपने देश में भी इस्लामी शरिया कानून लागू करने की मांग करने लगे हैं। इस्लामाबाद के सबसे कुख्यात मदरसे जामिया हफ्सा में लगे तालिबान के झंडे को उतारने के लिए जब पाकिस्तानी पुलिस पहुंची तो उसे मौलाना अब्दुल अजीज और छात्रों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। मौलाना अब्दुल अजीज ने दावा किया कि इस्लामाबाद प्रशासन ने शरिया लागू करने की मांग को मान लिया है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जब इस्लामाबाद पुलिस जामिया हफ्सा की इमारत पर तालिबान के झंडे उतारने पहुंची तो उसे भारी विरोध का सामना करना पड़ा। खुद मौलाना अब्दुल अजीज पुलिस के सामने खड़े हो गए। जिसके बाद पुलिस टीम झंडों को बिना उतारे ही वापस लौट गई। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में अब्दुल अजीज पुलिसकर्मियों को लताड़ते हुए दिखाई देते हैं। वायरल वीडियो में मौलाना अब्दुल अजीज जामिया हफ्सा के अंदर पुलिसकर्मियों के साथ बहस करते हुए दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने पुलिसकर्मियों को नौकरी छोड़ने तक की समझाइश दे दी।

मौलाना ने धमकी देते हुए कहा कि पाकिस्तान तालिबान आप सभी को सबक सिखाएगा। पुलिस को तालिबान के झंडे हटाने से रोकने के लिए बड़ी संख्या में मदरसे की बुर्का पहने छात्राएं छत पर मौजूद थीं। अब्दुल अजीज ने भी उन्हें आगे आने और उन्हें और उनके छात्रों को गिरफ्तार करने की चुनौती दी, लेकिन पुलिस वाले चुपचाप उनकी बात को सुनते रहे।

सूत्रों के अनुसार अब्दुल अजीज के आदेश पर मदरसा के छात्रों ने शुक्रवार रात जामिया हफ्सा की छत पर अफगान तालिबान के झंडे फहराए थे। महिला पुलिस अधिकारियों सहित एक पुलिस दल शनिवार सुबह झंडे को हटाने के लिए जामिया हफ्सा पहुंचा, लेकिन अब्दुल अजीज और उनके छात्रों द्वारा कार्रवाई का कड़ा विरोध करने के बाद उन्हें खाली हाथ वापस लौटना पड़ा।

इससे पहले भी जामिया हफ्सा पर अब्दुल अजीज ने तालिबान के झंडे फहराए थे। जिसके बाद पुलिस ने इन झंडों को हटवा दिया था। अब्दुल अजीज ने तब कहा था कि उन्होंने अफगान तालिबान को बधाई देने के लिए झंडे लगवाए थे। इस बीच, अब्दुल अजीज के प्रवक्ता ने कहा कि इस्लामाबाद के सहायक आयुक्त और इस्लामाबाद पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जामिया हफ्सा में अब्दुल अजीज के साथ बातचीत की और उन्होंने अपनी मांगों को उनके सामने रखा। इसमें प्रमुख मुद्दा शरिया लागू करवाने का था।

एक ऑडियो संदेश में, अब्दुल अजीज ने दावा किया कि प्रशासन ने उनकी सभी मांगों को स्वीकार कर लिया है और उन्हें पूरा करने के लिए तीन दिन का समय मांगा है। ऑडियो क्लिप के मुताबिक, उनकी मांगों में उन पर लगा प्रतिबंध हटाना और एच-11 में जामिया हफ्सा मस्जिद को फिर से खोलना शामिल है। उन्होंने कहा कि हमारा मुख्य उद्देश्य शरीयत को लागू करना है।


अन्य महत्वपुर्ण खबरें

 23 November 2024
बांग्लादेश के रंगपुर में शुक्रवार 22 नवंबर को सनातन जागरण मंच की तरफ से एक रैली का आयोजन किया गया था। रैली में शामिल होने पहुंची एक बस रास्ते में…
 23 November 2024
पाकिस्तान में खैबर पख्तूनख्वा प्रांत (KPK) में शुक्रवार को दो गुटों की हिंसा में 18 लोगों की मौत हो गई, जबकि 30 से ज्यादा घायल हो गए। KPK के ही…
 23 November 2024
रूस की नई इंटरमीडिएट मिसाइल के हमले के बाद पश्चिमी देशों में तनाव पैदा हो गया है। इसके चलते यूक्रेन और नाटो के बीच मंगलवार (26 नवंबर) को इमरजेंसी बैठक…
 23 November 2024
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने भारत के बजाय चीन की यात्रा करने के फैसले का बचाव किया है। उन्होंने इसे बेतुका बताया। काठमांडू टाइम्स के मुताबिक ओली 2…
 22 November 2024
बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार ने 16 नवंबर को अपने कार्यकाल के 100 दिन पूरे कर लिए है। 18 नवंबर को ट्रांसपेरैंसी इंटरनेशनल बांग्लादेश की तरफ से जारी…
 22 November 2024
पाकिस्तान के खैबर पख्तूख्वा प्रांत में गुरुवार को एक पैसेंजर वैन पर फायरिंग की गई। इसमें 50 लोगों की मौत हो गई। 20 लोग घायल हैं। घटना खैबर पख्तूनख्वा के…
 22 November 2024
प्रधानमंत्री मोदी 2 दिवसीय गुयाना दौरे पर हैं। दौरे के आखिरी दिन गुरुवार को वे गुयाना की संसद को संबोधित करने पहुंचें। अपने संबोधन के दौरान PM मोदी ने कहा…
 22 November 2024
इजराइली PM बेंजामिन नेतन्याहू पर अंतरराष्ट्रीय क्रिमिनल कोर्ट (ICC) के लगाए वॉर क्राइम के आरोपों और अरेस्ट वारंट पर पश्चिमी देश आपस में बंट गए हैं। न्यूज एजेंसी AP के…
 22 November 2024
यूक्रेन पर मिसाइल हमले के कुछ ही घंटे बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अचानक देश के नाम संबोधन दिया। रॉयटर्स के मुताबिक उन्होंने कहा कि पश्चिमी हमले के जवाब…
Advt.