इंदौर। किसी भी आपातकालीन एवं अप्रिय स्थिति से बचने के लिए इंदौर के शैल्बी हॉस्पिटल में बम स्क्वॉड की एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। हाल ही में आयोजित इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य हॉस्पिटल स्टाफ और सुरक्षा कर्मियों को आपातकालीन परिस्थितियों में प्रतिक्रिया देने के लिए प्रशिक्षित करना था। इस मॉक ड्रिल के दौरान डॉक्टर, नर्सिंग, पैरामेडिकल, सिक्यूरिटी सहित हॉस्पिटल का पूरा स्टाफ मौजूद रहा।
मॉक ड्रिल में, बम स्क्वॉड की टीम ने एक संदिग्ध टेलीफोन की खोज की और उसे निष्क्रिय कर दिया। स्क्वॉड टीम ने हॉस्पिटल स्टाफ को बम की पहचान करने और उससे बचने के तरीकों के बारे में भी प्रशिक्षित किया।
शैल्बी मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल्स के सीएओ डॉ अनुरेश जैन एवं मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ विवेक जोशी ने कहा, "यह मॉक ड्रिल अत्यंत महत्वपूर्ण थी क्योंकि इससे हमारे हॉस्पिटल के स्टाफ को आपातकालीन परिस्थितियों में शांत रहना और त्वरित कार्रवाई करना सीखने में मदद मिलेगी। इस मॉक ड्रिल से मिली सीख का उपयोग अपनी सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए करेंगे। यह मॉक ड्रिल हॉस्पिटल प्रबंधन के लिए सुरक्षा जागरूकता बढ़ाने में मददगार होगी। हम अपने स्टाफ और सुरक्षा कर्मियों को नियमित रूप से प्रशिक्षण देते रहेंगे।"
सहायक पुलिस आयुक्त सुरक्षा अनिल कुमार मंडराह और बीडीडीएस टीम ने कहा कि वे भविष्य में भी इस तरह की मॉक ड्रिल का आयोजन करते रहेंगे। हमें ख़ुशी है कि हॉस्पिटल प्रबंधन को भी ऐसी घटनाओं से बचने के लिए एहतियाती उपाय बरत रहा है। हॉस्पिटल स्टाफ और सुरक्षा कर्मियों को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद।