इंदौर: केयर सीएचएल हॉस्पिटल, इंदौर एक बार फिर चिकित्सा के क्षेत्र में नए मानक स्थापित कर रहा है। शुक्रवार 22 नवंबर, 2024 को प्रतिष्ठित रोबोटिक जोड़ प्रत्यारोपण एवं आर्थोस्कोपी सर्जन, डॉ. विनय तंतुवाय ने एक अत्याधुनिक रोबोटिक सर्जरी की। इस विशेष अवसर पर, ऑस्ट्रेलिया से विशेषज्ञ रोबोटिक सर्जन, डॉ. जोनाथन यंग, भी उपस्थित रहे और अपना विशेष मार्गदर्शन प्रदान किया। वहीं केयर सीएचएल द्वारा सर्जन के लिए एक विशेष वर्कशॉप का आयोजन किया है जहां पर नए डॉक्टर एवं सर्जन डॉक्टर जोनाथन से अत्याधुनिक रोबोट सर्जरी के गुर सीख पाएंगे एवं अपने जिज्ञासाओं के संतोषजनक उत्तर प्राप्त कर पाएंगे।
ऑस्ट्रेलिया के लिंगार्ड प्राइवेट हॉस्पिटल के ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. जोनाथन यंग ने बताया, "मुझे यह देखकर खुशी हुई कि भारत में भी ऑस्ट्रेलिया की ही तरह रोबोटिक सर्जरी के लिए पर्याप्त मात्रा में सुविधा एवं इंफ्रास्ट्रक्चर मौजूद है। यह पद्धति न केवल मरीज के लिए बल्कि डॉक्टर के लिए भी बहुत अहम है। आज हमने डॉक्टर विनय के साथ रोबोटिक सर्जरी की और हमने पाया कि केयर सीएचएल हॉस्पिटल में सर्जरी से जुड़ी पर्याप्त सुविधाएं मौजूद हैं और यहां की टीम विशेष रूप से प्रशिक्षित है।"
केयर सीएचएल हॉस्पिटल, इंदौर के रोबोटिक जॉइंट रिप्लेसमेंट एंड आर्थोस्कोपी सर्जन डॉ. विनय तंतुवाय ने कहा, "हम रोगियों को सर्वोत्तम चिकित्सा देखभाल प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। केयर सीएचएल का अत्याधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर और अनुभवी चिकित्सा टीम हमें विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में सक्षम बनाती है। रोबोटिक सर्जरी के क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों को अपनाकर, हम रोगियों को अधिक सटीक, कम दर्द और तेजी से ठीक होने वाली सर्जिकल प्रक्रियाएं प्रदान कर सकते हैं।
रोबोटिक पद्धति के बारे में डॉक्टर विनय ने बताया, "रोबोटिक तकनीक की नई उपलब्धियों की बदौलत अब मरीज की शारीरिक संरचना के आधार पर घुटने का पूरी तरह से रिप्लेसमेंट करना संभव हो गया है। रोबोटिक सर्जरी में शरीर पर बेहद कम चीरा लगाया जाता है, जिससे आसपास के टिशूज को न्यूनतम नुकसान पहुंचता है। इस प्रक्रिया से न केवल शरीर पर निशान कम होते हैं, बल्कि घाव भी जल्दी भर जाते हैं। रोबोट असिस्टेड सर्जरी के तहत मरीजों को उनकी आवश्यकताओं के अनुसार कस्टमाइज नी (विशेष रूप से डिजाइन किए गए घुटने) प्रदान किए जाते हैं, जो बेहतर फिटिंग और कार्यक्षमता सुनिश्चित करते हैं। यह उन्नत तकनीक सर्जन को सटीक स्थान पर कट लगाने की सुविधा देती है, जिससे स्वस्थ हड्डियों, मुलायम टिशू और लिगामेंट्स को सुरक्षित रखा जा सकता है।"