भोपाल : प्रोटीन आपके शरीर की संपूर्ण सेहत के लिये जरूरी है ,क्योंकि ये मांसपेशियों ऊतकों और हॉर्मोन के लिए एक बिल्डिंग ब्लॉपक का काम करता है। प्रोटीन मेटाबोलिज़्छम को नियमित करने में सहायक होता है इम्युखन फंक्शकन को सहयोग देता है और लगातार ऊर्जा प्रदान करता है। सुविधा के लिये कई लोग प्रोटीन सप्लीकमेंट्स लेते हैं लेकिन हैदराबाद के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ न्यूिट्रीशन (एनआईएन) ने हाल ही में डाइट को लेकर नये दिशा.निर्देश जारी किये हैं, जो शरीर बनाने के लिये सप्लीनमेंट्स का इस्तेमाल न करने की सलाह देते हैं। ऋतिका समद्दर, रीजनल हेड. डिपार्टमेंट ऑफ क्लिनिकल न्यूएट्रीशन एण्डे डायटेटिक्सस, मैक्स हेल्थ केयर ने बताया कि एक अनुभवी डायटीशियन होने के नाते, मैं अपने क्ला्इंट्स को प्रोटीन सप्लीशमेंट्स छोड़ने और प्रोटीन के प्राकृतिक स्रोतों जैसे कि बादाम को प्राथमिकता देने की सलाह लगातार देती हूँ। बादाम की तरह और भी विकल्प हैं, जो बिना साइड इफेक्ट्सि के सेहत को कई फायदे देते हैं और संपूर्ण तंदुरुस्तील में योगदान देते हैं। मैं इस लेख में प्रोटीन के कुछ प्राकृतिक स्रोतों के बारे में बताने जा रही हूँए जो न केवल बेहद पौष्टिक हैं, बल्कि आसानी से आपकी डाइट में शामिल भी हो सकते हैं।
ऋतिका समद्दर ने बताया कि बादाम प्रोटीन का पावरहाउस हैं और यह अनिवार्य पोषक.तत्वा बादाम में प्राकृतिक तरीके से अच्छी .खासी मात्रा में होता है। बादाम बेहद पौष्टिक होती है, इसका उपयोग कई तरीके से किया जा सकता है और अपनी डाइट में प्रोटीन को शामिल करने के लिये यह एकदम उचित है। बादाम में 15 जरूरी पोषक.तत्वप होते हैं, जैसे कि प्रोटीन, सेहतमंद फैट्स, फाइबर, विटमिन ‘ई’ और मैग्नींशियम। बादाम से सेहत को तरह.तरह के कई फायदे मिलते हैं। आमंड बोर्ड ऑफ कैलिफोर्निया का एक हालिया अध्य यन, जिसका नाम विटार्ड स्टडी है, बताता है कि बादाम खाने से एक्सडरसाइज रिकवरी के दौरान मांसपेशियों में तकलीफ का अनुभव कम हुआ है। चाहे आप बादाम को सलाद, ट्रेल मिक्सेसस, ग्रैनोला में मिलायें या स्नैयक के तौर पर इस्तेमाल करें, बादाम आपके लिये प्रोटीन का सेवन बढ़ाने और पूरी सेहत में सहयोग देने का एक सुविधाजनक एवं स्वाैदिष्टल तरीका होता है।
दालें यकीनन कई आहारों में महत्व पूर्ण होती हैं। उनसे सज्यागदा प्रोटीन होने, कुकिंग की वर्सेटिलिटी और बहुत पौष्टिक होने के कारण तारीफ भी मिलती है। दालों में प्रोटीन, फाइबर और अनिवार्य पोषक.तत्व जैसे कि आयरन और फोलेट पाये जाते हैं और दालों से हर भोजन में पोषण बढ़ जाता है। दिल को खुश कर देने वाले सूप्सी और स्टूो से लेकर ताजगी देने वाले सलाद और स्वानदिष्ट वेजी बर्गर्स समेत दालों को तरह.तरह के कई व्यंजनों में शामिल किया जा सकता है। प्रोटीन के लिये यह बेहतरीन विकल्पज है।
ग्रीक योगर्ट प्रोटीन से भरपूर एक अन्यब फूड है, जो आपकी डाइट में मायने रख सकता है। इसमें आम दही से ज्याादा प्रोटीन होता है और कैल्शियम तथा प्रोबायोटिक्सत भी अच्छीै मात्रा में होते हैं। ग्रीक योगर्ट का स्नैंक के रूप में इस्तेमाल करें या उसे स्मूरथीज, डिप्सी और ड्रेसिंग्सो का बेस बनायें। इस तरह आप स्वा दिष्टइ तरीके से प्रोटीन का सेवन बढ़ा सकते हैं।
अंडे प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत होते हैं और इन्हें भी कई तरह से खाया जा सकता है। हर बड़े अंडे में लगभग 6 ग्राम प्रोटीन होता है और अंडे विटामिन बी12, डी तथा कोलिन से भी प्रचुर होते हैं। चाहे आप अंडों को फेटें, उबालें,तोड़ें या विभिन्नर रेसिपीज जैसे कि ऑमलेट, फ्रिटाटा और बैक चीजों में इस्तेमाल करें। अंडे प्रोटीन का सुविधाजनक एवं पोषक विकल्प होते हैं।
पोल्ट्री और मछली, दोनों ही प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत होते हैं। प्रोटीन मांसपेशियों के विकास, मरम्मपत और रख.रखाव के लिये जरूरी होता है। मछली खासतौर से ओमेगा.3 फैटी एसिड, विटामिन और मिनरल्सा से भरी होती है। उनका दिल की सेहत, दिमाग के काम और इम्युकन सिस्टैम में योगदान होता है। इस तरह, अपने आहार में पोल्ट्री और मछली को मिलाकर आप अपनी पूरी तंदुरुस्तीि को बढ़ा सकते हैं और स्व स्थ,जीवनशैली अपना सकते हैं।