भोपाल । मध्यप्रदेश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉम का खतरा और संक्रमितों का बढ़ता आंकड़ा डराने लगा है। राजधानी भोपाल में तेजी से संक्रमण फैल रहा है। बीते 25 दिन में 187 पॉजिटिव मिल चुके हैं। ऐसे में तमाम सावधानियां बरती जानी चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा और लापरवाही की जा रही है। बाजारों में मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग गायब हो चुकी है। बाजारों में एवरेज 70 प्रतिशत लोग बिना मास्क के घूम रहे हैं तो सोशल डिस्टेंसिंग 1 प्रतिशत भी नहीं है।
प्रदेश में कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं। 25 दिसंबर तक 511 पॉजिटिव मिल चुके हैं। इनमें इंदौर में सबसे ज्यादा 206 और भोपाल में 187 संक्रमित मिले हैं। वहीं, प्रदेश में ओमिक्रॉन के भी 9 मरीज मिले हैं। प्रदेश में बीते 4 दिन में आंकड़ा 30 के पार है। सबसे ज्यादा पॉजिटिव 24 दिसंबर को मिले हैं।
सरकारें जीनोम सिक्वेंसिंग रिपोर्ट को लेकर गंभीर नहीं
प्रदेश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की एंट्री हो गई है। इंदौर में विदेश से लौटे 9 लोगों में नया वैरिएंट मिला है। इसके बावजूद प्रदेश और केंद्र सरकार जीनोम सिक्वेंसिंग रिपोर्ट को लेकर गंभीर नहीं है। प्रदेश के चार बड़े शहरों से ही पिछले दो महीने में 232 सैंपल की रिपोर्ट पेंडिंग हैं। यहां से 259 सैंपल भेजे गए थे, जिनमें से 27 की रिपोर्ट ही मिली है, जिसमें 9 में ओमिक्रॉन मिला है। ऐसे में सवाल है कि ओमिक्रॉन के संक्रमण को सरकार कैसे रोकेंगी। इस मामले में एक्सपर्ट का कहना है कि लैब में सैंपल ज्यादा होने से पेंडेंसी हो सकती है। इससे फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि कोरोना संक्रमित के सभी वैरिएंट के लिए आइसोलेशन और इलाज की एक ही तय गाइडलाइन है। संक्रमित होने पर प्रोटोकॉल का पालन करते हुए खुद को आइसोलेट कर लें।
जनवरी तक मिल जाएगी जीनोम सिक्वेंसिंग की मशीन
चिकित्सा शिक्षा विभाग के मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि जांच में लेटलतीफी नहीं हो रही है। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि कोई भी कोरोना केस आए तो उसमें से 5त्न को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजें। हम तो सभी पॉजिटिव की जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेज रहे हैं। मेरी केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री से बात हुई है। उम्मीद है कि जनवरी के पहले सप्ताह तक हमें जीनोम सिक्वेंसिंग की मशीन मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि पैनिक होने की जरूरत नहीं है। हम सभी कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं। प्रदेश में जिनकी भी जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए सैंपल भेजे गए हैं। उनकी रिपोर्ट जैसे-जैसे आ रही है, उसकी जानकारी दी जा रही है।