रूस के डर से बढ़ा रहे सुरक्षा
यूरोपीय देश सैन्य ही नहीं नागरिक सुरक्षा प्रयासों में भी तेजी ला रहे हैं। नाटो के सबसे नए सदस्य स्वीडन और फिनलैंड ने नागरिकों की संकट की तैयारियों और युद्ध के समय जिम्मेदारी बताने के लिए पर्चे छापे हैं। लिथुआनिया में, निकासी योजनाओं को प्राथमिकता दी जा रही है। नाटो के लिए एयर डिफेंस एक महत्वपूर्ण प्राथमिकता बनी हुई है।बाल्टिक देशों और हंगरी ने संभावित हवाई खतरों का मुकाबला करने के लिए नई फैसिलिटी की घोषणा की है। हालांकि इन तैयारियों में भी फूट देखी जा रही है। पूर्वी यूरोप के देश जो रूस के करीब हैं वह जितनी तेजी से तैयारी कर रहे हैं, पश्चिमी यूरोप के देश उनसे काफी पीछे हैं।