म.प्र.शासन के राज्यमंत्री आयुष (स्वतंत्र प्रभार) एवं जलसंसाधन विभाग रामकिशोर “नानो” कावरे ने 12 अक्टूबर 2021 को सर्राठी जलाशय के जीर्णोध्दार की मांग को लेकर पहुंचे किसानों को आश्वस्त करते हुए कहा कि सर्राठी जलाशय की समस्याओं का समाधान होगा।
श्रीमती मौसम बिसेन हरिनखेडे़ के नेतृत्व में सर्राठी जलाशय संघर्ष समिति के बेनर तले किसानों ने मंत्री श्री कावरे को आवेदन सौपकर सर्राठी जलाशय नहर प्रणाली के जीर्णोध्दार किए जाने की मांग की। किसानों की ओर से पूर्व जनपद अध्यक्ष श्री डुलेन्द्र ठाकरे ने मंत्री श्री कावरे को अवगत कराया कि सर्राठी जलाषय का निर्माण वर्ष 1912 से 1923 के मध्य किया गया था। रकबे में लगातार वृद्धि हुई परन्तु सिचांई के रकबे में उतनी वृद्धि नहीं हुई। नहर प्रणाली लगभग 100 वर्ष पुरानी है, जिसके कारण जीर्ण-शीर्ण हो चुकी है। ई.आर.एम योजना के तहत जीर्णोध्दार किया जाय।
मंत्री श्री कावरे ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को तलब किया और अधीक्षण यंत्री युवराज वारके एवं कार्यपालन यंत्री वाय.एस.ठाकुर से इस संबंध में चर्चा की। मंत्री श्री कावरे ने उपस्थित अधिकारियों से कहा कि मध्यप्रदेश पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष श्री गौरीशकर बिसेन ने भी सर्राठी जलाशय के सबंधं में चर्चा की थी। गौरी भाऊ के निर्देशों का पालन होगा और जीरो से टेल तक पानी पहुंचाना हमारी प्राथमिकता है। सर्राठी जलाशय की 16 कि.मी.
नहर की विशेष मरम्मत होगी।
विभाग का सूचकांक 8 हजार करोड़ का है। प्रस्तावित काम लगभग 15 हजार करोड़ के होने के कारण हम बडे कार्यो को पार्ट पार्ट में कर रहे है। विशेष मरम्मत के बजट का उपयोग किया जायेगा। मंत्री श्री कावरे ने कहा कि मैं स्वयं गौरीशकर बिसेन एवं श्रीमती मौसम बिसेन हरिनखेडे़ तथा अधिकारियों के साथ सर्राठी नहर स्थल का निरीक्षण करू़गा एवं समस्या के स्थाई समाधान के लिए हर संभव प्रयास किये जायेंगें।