भोपाल । मध्यप्रदेश में सिंगल यूज प्लास्टिक से बने दोने, पत्तल, गिलास सहित 18 प्रकार की सामग्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। अब एक जुलाई से इन सामग्रियों का निर्माण भी बंद करवा दिया जाएगा। जिन 18 यूनिटों में इन सामग्रियों का निर्माण होता है वे भी जून 2022 बंद करवा दी जाएगी। यह प्रतिबंध इस बार केवल बिक्री पर ही नहीं लगेंगा, बल्कि इन सामग्रियों के निर्माण पर भी लगेगा।
सिंगल यूज प्लास्टिक की जगह पत्ते, कागज समेत अन्य प्लास्टिक रहित सामग्रियों से बनने वाले दोनो, पत्तल, गिलास उपयोग में लाए जाएंगे। इनके निर्माण के लिए अभी से नई यूनिट लगाने के प्रयास जारी है। सिंगल यूज प्लास्टिक से बनी सामग्री खतरनाक होती हैं। ये आसानी से नष्ट नहीं होती हैं। पर्यावरण को नुकसान पहुंचाती हैं। दोबारा इनका उपयोग भी नहीं किया जा सकता है।
इसे देखते हुए केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने बीते वर्ष निर्णय लिया था कि सिंगल यूज प्लास्टिक से बनी 18 प्रकार की सामग्री को सभी राज्यों में पूरी तरह प्रतिबंधित किया जाए। इस आधार पर तैयारी कर ली गई है। सभी निकायों को इसके लिए निर्देशित किया जा रहा है। मप्र में इसकी निगरानी खुद मुख्य सचिव कर रहे हैं। सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध के संबंध में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड मप्र के भोपाल समेत क्षेत्रीय कार्यालय लगातार लोगों को जागरूक कर रहा है।
भोपाल कार्यालय के क्षेत्रीय अधिकारी बृजेश शर्मा ने बताया कि वे शहर में लोगों को बता रहे हैं कि सिंगल यूज प्लास्टिक के निर्माण एवं इस्तेमाल पर एक जुलाई 2022 से पूरी तरह प्रतिबंध लग जाएगा। ऐसी स्थिति में विकल्प खोज लें और यदि सिंगल् यूज प्लास्टिक घर में रखी हो तो उसे नष्ट कर दें। इसके लिए कार्यशाला आयोजित की जा रही हैं।