मॉस्को । मॉस्को की एक अदालत ने स्थानीय कानून द्वारा प्रतिबंधित सामग्री को हटाने में विफल रहने पर गूगल पर लगभग 10 करोड़ डॉलर का जुर्माना लगाया। अदालत ने फेसबुक की मूल कंपनी मेटा पर भी 2.72 करोड़ डॉलर का जुर्माना लगाया।
रूस बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनियों पर दबाव बढ़ा रहा है। टैगांस्की जिला अदालत ने फैसला सुनाया कि गूगल ने बार-बार प्रतिबंधित सामग्री को हटाने के निर्देश की उपेक्षा की और कंपनी को लगभग 7.2 अरब रूबल (लगभग 9.84 करोड़ डॉलर) का जुर्माना देने का आदेश दिया। गूगल ने कहा कि वह अदालत के आदेश का अध्ययन करेगा और उसके बाद अपने अगले कदम पर फैसला करेगा।
बाद में अदालत ने मेटा पर भी प्रतिबंधित सामग्री को हटाने में विफल रहने के लिए 1.9 अरब रूबल (2.72 करोड़ डॉलर) का जुर्माना लगाया। रूसी अधिकारियों ने नशीली दवाओं के दुरुपयोग, हथियारों और विस्फोटकों से संबंधित सामग्री को हटाने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लगातार दबाव बढ़ाया है। इस साल की शुरुआत में अधिकारियों ने जेल में बंद रूस सरकार के आलोचक एलेक्सी नवलनी के समर्थन में विरोध के बारे में घोषणाओं को नहीं हटाने के लिए प्रौद्योगिकी कंपनियों को दोषी ठहराया था। रूसी अदालतें इस साल गूगल, फेसबुक और ट्विटर पर छोटे जुर्माना लगा चुकी हैं।