ग्वालियर में 28 अगस्त को होने वाली रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में मोहन सरकार को ग्वालियर - चंबल के बीहड़ क्षेत्र में डिफेंस सेक्टर में निवेश के लिए प्रस्ताव मिल सकते हैं। सरकार यहां आईटी, पर्यटन, एथेनॉल उत्पादन, लैदर फुटवियर, खाद्य प्रसंस्करण व दुग्ध आधारित इकाइयों के निवेश को भी पूरा प्रोत्साहन देगी।
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव बुधवार को ग्वालियर के राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय परिसर में होने जा रही है। इस कॉन्क्लेव की समीक्षा खुद मुख्यमंत्री कर चुके हैं। उन्होंने कहा है कि ग्वालियर-चंबल अंचल के बीहड़ क्षेत्र की जमीन पर डिफेन्स सेक्टर में निवेश के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे। इसके लिए केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से जल्द ही चर्चा की जाएगी। अडानी समूह व अन्य बड़े-बड़े उद्योगपतियों ने डिफेंस सेक्टर में निवेश करने के लिए रुचि दिखाई है। हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड को प्रदेश में डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया गया है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव यह भी कह चुके हैं कि ग्वालियर के साडा क्षेत्र (विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण) में औद्योगिक निवेश के लिए सरकार जमीन उपलब्ध कराएगी। औद्योगिक गतिविधियों के लिए सरकार जमीन उपलब्ध कराने में रियायत भी देगी। इसके लिए शासन स्तर से तत्परता से कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि साडा क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियां बढ़ने से इस क्षेत्र का तेजी से विकास हो सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में आईटी, पर्यटन, एथेनॉल उत्पादन, लैदर फुटवियर, खाद्य प्रसंस्करण व दुग्ध आधारित इकाइयों के निवेश को भी पूरा प्रोत्साहन देगी।
28 अगस्त को ग्वालियर के राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन होने जा रहा है। इस कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री डॉ. यादव के अलावा केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर और राज्य सरकार के मंत्रीगण एवं उद्योगपति व निवेशक भाग लेंगे। इसके पहले मार्च में उज्जैन और जुलाई में जबलपुर में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव हो चुकी है।
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