भोपाल : हर साल 29 सितंबर को हृदय रोगों (सीवीडी) के प्रति जागरूकता फैलाने और पूरे विश्व पर इसके प्रभाव को खत्म करने के लिये वर्ल्ड हार्ट डे मनाया जाता है सीवीडी एक शक्तिशाली हत्यारा है जोकि पूरी दुनिया में होने वाली मौतों की प्रमुख वजह है इस रोग का बोझ तेजी से बढ़ता जा रहा है और विशेषज्ञों का अनुमान है कि 2030 तक भारत में सबसे ज्यादा मौतें कार्डिएक की वजह से होंगी। स्वास्थ्य संकट के इस पूर्वानुमान का सामना करने के वादे के साथ इस साल वर्ल्ड हार्ट डे की थीम है हर दिल के लिये दिल का इस्तेमाल करें। यह थीम बढ़ते हृदय रोग को रोकने की जरूरत और मौके को दर्शाता है और इस बात पर पुनः विचार करने को कहता है कि यह रोग हर धड़कते दिल के लिये महत्व रखता है।
सेहतमंद लाइफस्टाइल जीने के महत्व क बारे में बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री सोहा अली खान कहती हैं इस बात पर हमेशा से मेरा दृढ़ विश्वास रहा है कि आज लाइफस्टाइल में किए जाने वाले छोटे-छोटे लेकिन सेहतमंद बदलाव बेहतर कल बनाने में मदद करते हैं पिछले दो सालों में हमने सारी चीजों से पहले सेहत को महत्व देने का सबक सीखा है मैं और मेरा परिवार इसे दिल से मानता है सीवीडी के बढ़ते मामलों के साथ सेहतमंद और जीने का ज्यादा एक्टिव तरीका अपनाना जरूरी है दिल के लिये सेहतमंद खाना खासकर मुट्ठीभर बादाम को अपने रोजमर्रा की डाइट में शामिल करें ये विटामिन ई मैगनीशियम, प्रोटीन, राइबोफ्लेविन, जिंक आदि जैसे पोषक तत्वों का स्रोत होता है।
खाने में दिल के लिये सेहतमंद खाना शामिल करने के महत्व के बारे में रितिका समद्दर, रीजनल हेड डायटेटिक्स, मैक्स हेल्थकेयर दिल्ली का कहना है किसे क्या खाना चाहिए यह समझना हर किसी के लिये जरूरी है कुछ खाद्य पदार्थ हमारी सोच से भी ज्यादा नुकसानदायक हो सकते हैं कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जोकि सेहत के खतरे को बढ़ा देते हैं उनकी पहचान करना और उनकी जगह सेहतमंद विकल्प को चुनना मुश्किल हो सकता है लेकिन एक स्वस्थ लाइफस्टाइल के लिये यह जरूरी है कोई भी अपनी डाइट को सही कर सकता है और दिल की सेहत के लिये सेहतमंद चीजों जैसे बादाम हरी पत्तेदार सब्जियां साबुत अनाज और बेरीज को शामिल कर सकता है। बादाम का नियमित सेवन हानिकारक एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकता है और सुरक्षात्मक एचडीएल कोलेस्ट्रॉल को बनाए रखने में मदद कर सकता है। बादाम दिल के लिये अच्छे होते हैं और इसे रोजना खाना चाहिए।
न्यूट्रिशनिस्ट नेहा रंगलानी कहती हैं महामारी की वजह से लगे लॉकडाउन ने जीवनशैली को लेकर हमारे चुनाव पर विचार करने को कहा हालांकि घर पर रहना हम सबके लिये आसान नहीं था। बिंज वॉचिंग के साथ लगातार खाना भी शामिल हो गया था और जीवनशैली और भी ज्यादा असक्रिय हो गई। उसने हमारी जीवनशैली पर नजर डालना और दिल की सेहत के लिये जरूरी बदलाव करना, आवश्यक कर दिया। दिल के लिये सेहतमंद चीजें सैचुरेटेड फैट अतिरिक्त शक्कर और सोडियम से मुक्त होते हैं। जब बादाम जैसी चीजों को रोज की हेल्दी डाइट में शामिल किया जाए तो टोटल और एलडीएल कोलेस्ट्रॉल कम हो सकता है और दिल को नुकसान पहुंचाने वाली सूजन को कम किया जा सकता है। तो, बिंज वॉचिंग बंद ना करें, लेकिन अस्वस्थ स्नैक की जगह बादाम लें। यह हमारी जिंदगी में सेहतमंद फर्क ला सकता है।”
दिल की सेहत को बनाए रखने में, फिटनेस किस तरह योगदान देता है, फिटनेस और सेलिब्रिटी इंस्ट्रक्टर, यास्मिन कराचीवाला कहती हैं, “नियमित एक्सरसाइज और सक्रिय जीवनशैली स्वस्थ दिल का एक तरीका है। एंडोर्फिन और डोपामाइन को रिलीज करने का सबसे अच्छा तरीका है एक्सरसाइज करना, जिससे तनाव और चिंता कम होती है। आपके शरीर के लिये कौन-सी एक्सरसाइज काम करेगी, उसके लिये किसी प्रोफेशनल से सलाह लें और कम से कम 30 मिनट जरूर निकालें। एक सक्रिय जीवनशैली पर कायम रहें और बादाम जैसे स्वस्थ और एनर्जी देने वाले स्नैक्स लें, जिनमें बहुत अधिक पोषक गुण होते हैं और पेट भरने का एहसास भी देते हैं।“
न्यूट्रिशन एवं वेलनेस सलाहकार, शीला कृष्णास्वामी कहती हैं, “युवाओं में सीवीडी के मामले बढ़ रहे हैं। भारतीयों में सीवीडी के जोखिम वाले कारक, पेट की चर्बी, हाइपरटेंशन और डायबिटीज की समस्या अन्य आयु वर्गों की तुलना में छोटी उम्र में चरम पर है। इस पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है और जीने के सेहतमंद तरीके को अपनाने की। सक्रिय रहना और वर्कआउट करना, खाने-पीने की आदतों में बदलाव करना, सेहतमंद रहने के लिये जरूरी है। यह जानना जरूरी है कि आप क्या खा रहे हैं और शरीर पर उसका क्या प्रभाव पड़ रहा है। अधिक कोलेस्ट्रॉल, सोडियम, फैट और शक्कर वाली चीजों की जगह दिल के लिये सेहतमंद विकल्पों को चुनें। बादाम को एक स्वस्थ आहार के हिस्से के रूप में शामिल करने से भारतीयों में सीवीडी के जोखिम कारकों को कम करने में मदद मिल सकती है, जिससे उच्च एलडीएल-कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर और कम एचडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर की समस्या डाइस्लिपिडेमिया को नियंत्रित किया जा सकता है।”
इस महामारी ने हमें पीछे मुड़कर और हमारे विकल्पों और लाइफस्टाइल की ओर झांकने का मौका दिया है। बहुत ही मशहूर कहावत है, ‘आप जो खाते हैं आप वही होते हैं’, जोकि स्वस्थ और फिट रहने के लिये भोजन की अहम भूमिका के बारे में बताता है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया है कि रोजाना अपनी पूरी हेल्दी डाइट के तहत 42 ग्राम बादाम खाने से, दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। इसके अलावा स्नैक में बादाम लेने से पेट की चर्बी और कमर का आकार कम होता है, जोकि हृदय रोगों के स्थापित खतरे के कारक माने जाते हैं। इसलिए, सोच-समझकर और सेहतमंद भोजन करना चाहिए, जिसमें मुट्ठीभर नट्स जैसे बादाम शामिल हो। दरअसल, बादाम कई सारी पौष्टिक चीजों का स्रोत माना जाता है और इससे हेल्दी स्नैक्स बनते हैं।