भोपाल । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रतिवर्ष 15 नवम्बर को पूरे देश में जनजातीय गौरव दिवस मनाने तथा एक सप्ताह तक जनजातीय गौरव के विभिन्न कार्यक्रम देश के कोने-कोने में आयोजित किये जाने का निर्णय लिया और भोपाल से इस अभियान की शुरूआत की। आज मंडला में जनजातीय गौरव दिवस सप्ताह का समापन हो रहा है। यह आयोजन जनजातियों की जिंदगी बदलने का अभियान है। जनजातियों का आर्थिक, सामाजिक एवं शैक्षणिक सशक्तिकरण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जनजातियों के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान एवं उनके गौरव को दुनिया में पुन: स्थापित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 52 गढ़ों वाले गोंडवाना राज्य का गौरवशाली इतिहास रहा है। गोंड राजा प्रजापालक एवं कुशल प्रबंधक थे। उनके श्रेष्ठ जल-प्रबंधन को आज भी याद किया जाता है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज रामनगर मंडला में जनजातीय गौरव सप्ताह के समापन समारोह में सम्मिलित हुए। उन्होंने कार्यक्रम स्थल से 600 करोड़ रूपये से अधिक की लागत वाले विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन भी किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जनजातीय वर्ग को सामुदायिक वन प्रबंधन का अधिकार दिया जाएगा, वे जंगल लगाएंगे तथा उसकी लकड़ी, फल पर उनका ही अधिकार होगा। मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना में उन्हें आवासीय भूमि अधिकार-पत्र प्रदान किये जायेंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के 89 जनजातीय विकासखंडों में "राशन आपके गाँव" योजना शुरू की गई, जिसमें गाँव में ही उचित मूल्य राशन वाहनों के माध्यम से वितरित किया जाएगा। राशन-प्रदाय वाहन जनजातीय युवाओं को बैंकों के माध्यम से सरकार की गारंटी पर ऋण दिलाकर क्रय होंगे। मार्जन मनी सरकार देगी। वाहनों के लिये प्रतिमाह 26 हजार रूपये का किराया दिया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना प्रारंभ की जा रही है, जिसमें 25 हजार रूपये से 10 लाख रूपये तक का ऋण सरकार अपनी गारंटी पर स्व-रोजगार के लिये दिलवाएगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सरकार नई आबकारी नीति बना रही है, जिसमें जनजातीय वर्ग पारंपरिक रूप से महुआ से शराब बना पाएगा। इस हेरिटेज शराब को बेचने का अधिकार भी जनजातियों को दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जनजातियों के विरूद्ध दायर छोटे-छोटे और झूठे मुकदमे वापस लिये जाएंगे। जनजातीय समुदाय को प्रधानमंत्री आवास बनाने के लिये रेत मुफ्त में प्रदान की जाएगी। अगले वर्ष से तेंदूपत्ता बेचने का अधिकार जनजातियों को दिए जाने पर विचार किया जा रहा है। यह कार्य वन समितियों के माध्यम से किया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 20 अगस्त 2020 तक जनजातीय समुदाय को निजी साहूकारों द्वारा अधिक ब्याज दर पर दिये गये ऋण समाप्त हो जाएंगे। हर गाँव में 4 ग्रामीण इंजीनियर नियुक्त किये जाएंगे, जो जनजातीय समाज के होंगे। पुलिस एवं सेना की भर्ती के लिये जनजातीय युवाओं को प्रशिक्षण दिलावाया जाएगा। हर घर तक नल के माध्यम से पानी पहुँचाया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 613 करोड़ 30 लाख रूपये की हालोन समूह जल प्रदाय योजना से मंडला जिले के 446 गाँवों में पाइप लाइन के माध्यम से पानी पहुँचाया जाएगा। नारायणगंज बीजाडोंडी समूह जल प्रदाय योजना से 182 गाँवों में पानी पहुँचाया जाएगा। मंडला में कम्प्यूटर कौशल केन्द्र-सह-पुस्तकालय का नाम राजा शंकर शाह, रघुनाथ शाह पुस्तकालय होगा। महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज मंडला का नाम रानी फूल कंवर पॉलिटेक्निक कॉलेज होगा। मंडला जिले में जनजातीय वर्ग को आय बढ़ाने के लिये एक लाख बाँस के पौधे प्रदाय किये जाएंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मंडला में मेडिकल कॉलेज खोला जाएगा, जिसका नाम राजा हृदय शाह मेडिकल कॉलेज होगा। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, मानपुर का नाम टंट्या भील स्वास्थ्य केन्द्र होगा। पाताल पानी स्थित टंट्या भील मंदिर का जीर्णोद्धार किया जाएगा। पातालपानी रेलवे स्टेशन का नाम टंट्या भील रेलवे स्टेशन होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इंदौर स्थित भंवर कुआं चौराहे का नाम टंट्या भील चौराहा होगा। इसी प्रकार इंदौर में एमआर-10 बस स्टेण्ड का नाम टंट्या भील बस स्टेण्ड किया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जनजातीय विद्यार्थी प्रदेश के विभिन्न संभागों में अध्ययन के लिये जाते हैं, उनकी समस्याओं के समाधान के लिये संभाग स्तर पर संभागीय सुविधा केन्द्र खोले जाएंगे।
- बैगा योजना का डिजिटल शुभारंभ
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बैगा योजना का मंच से डिजिटल शुभारंभ किया। योजना में बैगा समुदाय के सभी व्यक्तियों का घर-घर सर्वे कर उन्हें शासन की सभी संबंधित योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बैगा संस्कृति पर प्रकाशित पुस्तक "मैं बैगा हूँ" का विमोचन भी किया।
- आजीविका मिशन की महिलाओं को 10 करोड़ रूपये का चेक
मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा ग्रामीण आजीविका मिशन में आजीविका स्व-सहायता समूहों की महिलाओं को 10 करोड़ 2 लाख रूपये का चेक भेंट किया। बाँस योजना में बाँस के पौधे वितरित किये। "राशन आपके गाँव" योजना में 2 हितग्राहियों को वाहन की चाबी सौंपी गई।
- जनजातीय कलाकारों के साथ किया नृत्य
मुख्यमंत्री श्री चौहान के कार्यक्रम स्थल पहुँचने पर जनजातीय कलाकारों ने उनका पारंपरिक नृत्य एवं गीत के साथ आत्मीय स्वागत किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान भी उनके प्रेम से अभिभूत हो गये और उन्होंने जनजातीय कलाकारों के साथ ढोल बजाकर नृत्य भी किया। समापन सम्मेलन की शुरूआत कन्या-पूजन के साथ की गई।
- जनजातीय कलाकृतियों की सराहना
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कार्यक्रम स्थल पर लगाई गई जनजातीय कला प्रदशर्नी का अवलोकन कर जनजातीय कलाकृतियों की सराहना की।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रामनगर किला परिसर में ध्वज स्थल पर रानी दुर्गावती, राजा शंकर शाह एवं रघुनाथ शाह के चित्रों पर माल्यार्पण एवं पूजन किया।
स्वागत भाषण केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने दिया। आभार प्रदर्शन प्रदेश की जनजातीय कार्य मंत्री सुश्री मीना सिंह ने किया। खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बिसाहूलाल सिंह, वन मंत्री कुंवर विजय शाह, राज्यसभा सांसद श्रीमती संपतिया उईके, विधायक देव सिंह सैयाम उपस्थित थे।