सतना। भारत माता की जय, पाकिस्तान मुर्दाबाद, कर्णवीर सिंह अमर रहे के नारों के बीच शुक्रवार को देश के वीर सपूत और सतना के लाल कर्णवीर सिंह राजपूत का पूरे सैनिक सम्मान बंदूकों की सलामी के साथ अंतिम संस्कार उनके गृहग्राम दलदल के पास मऊदेव में किया गया। जहां जबलपुर से भी सेना की विशेष टुकड़ी सतना पहुंची। इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मंत्री राजेन्द्र शुक्ला, सांसद गणेश सिंह, रामपुर विधायक विक्रम सिंह विक्की, चित्रकूट विधायक नीलांशु चतुर्वेदी सहित अभी राजनीतिक दलों के नेता, कलेक्टर अजय कटेसरिया, पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह यादव सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि और नागरिकों की भीड़ रही।
सीएम ने शहीद के परिवार को एक करोड़ रुपए की सहायता राशि और भाई को नौकरी देने की घोषणा की है। दरअसल, राज्य सरकार
का नियम है कि सेना के शहीद जवान को एक करोड़ रुपए सहायता राशि, एक परिजन
को नौकरी दी जाती है। सपूत के अंतिम दर्शन के लिए सुबह से ही लोग आने शुरू हो चुके थे। अंतिम संस्कार के दौरान ऐसा लग रहा था मानो पूरा जिला उमड़ पड़ा हो।
मुख्यमंत्री ने
कहा बलिदान
कभी नहीं
भूलेंगे
वीरगति को प्राप्त करने वीर सिंह के गांव पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बलिदानी जवान करणवीर सिंह के स्वजनों से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि देश जवानों के इस बलिदान को कभी नहीं भूलेगा। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार से जो भी होगा वह करेंगे। स्वजनों को एक करोड़ रुपये सम्माननिधि और बड़े भाई शक्ति सिंह को सरकारी नौकरी मध्य प्रदेश सरकार देगी।
युवाओं
में दिखा
जोश और
जुनून
कर्णवीर सिंह की अंतिम यात्रा व अंत्येष्टि के दौरान युवाओं में बलिदानी कर्णवीर सिंह के प्रति निष्ठा और देश प्रेम जमकर देखा गया। लोग हाथों में तिरंगा लिए हुए थे और जब तक सूरज चांद रहेगा, कर्णवीर
तेरा नाम रहेगा.. भारत माता
की जय..कर्णवीर
अमर रहे.. पाकिस्तान
मुर्दाबाद.. आतंकवाद
मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे। वहीं गमगीन माहौल में कर्णवीर सिंह के बड़े भाई ने अंतिम संस्कार किया। वहीं सेना के जवानों ने सलामी दी। उनके बड़े भाई शक्ति सिंह जो कि इंदौर में इंजीनियर हैं उन्होंने मुखाग्नि दी।