भोपाल : डायबिटीज़ आज एक आम समस्या बन चुकी है जिसका कारण अस्वस्थ जीवनशैली खराब खान-पान व्यायाम की कमी आदि हैं रिपोर्ट्स के अनुसार भारत में डायबिटीज़ से पीड़ित हर छठवाँ व्यक्ति भारत में है ये बहुत ही चिंताजनक आँकड़े हैं क्योंकि इंटरनेशनल डायबिटीज़ फेडरेशन के मुताबिक हमारे देश में 2045 तक 134 मिलियन लोग डायबिटीज़ से पीड़ित होंगे इस बढ़ती समस्या को रोका जा सकते हैं, जिसके लिए डॉक्टर के निर्देशों का पालन करते हुए कुछ सरल उपाय करने होंगे।
बादाम खाएं नियमित रूप से बादाम खाने से खून में शुगर के स्तर में फायदा होता है इसके अलावा अस्वास्थ्यकर आहार को बादाम जैसे सेहतमंद विकल्प से बदलकर वजन भी नियंत्रण में रहता है बादाम में कम ग्लाईसेमिक इंडैक्स होता है, और ये प्रोटीन के अच्छे स्रोत हैं। इसलिए बादाम खाने से जंक फूड खाने की इच्छा कम हो जाती है, पेट भरा रहता है, और माँसपेशियाँ भी अच्छी बनती हैं। बादाम में अनेक पोषक तत्व, जैसे प्लांट प्रोटीन, डायटरी फाईबर, अच्छे फैट और महत्वपूर्ण विटामिन एवं मिनरल, जैसे विटामिन ई, मैग्नीसियम, और पोटेसियम पाए जाते हैं, जिसके कारण ये प्रि डायबिटीज़ और टाईप 2 डायबिटीज़ के पीड़ितों के लिए बहुत ही अच्छे आहार हैं। बादाम प्रतिदिन आहार में लिए जाने पर स्वास्थ्य को कई फायदे पहुँचाते हैं। ये वजन नियंत्रण और हृदय को स्वस्थ्य स्वस्थ रखने में भी मदद करते हैं। इसके अलावा, सब्जियाँ, फल, और साबुत अनाज डायबिटीज़ के नियंत्रण में फायदेमंद होते हैं।
नियम से पूरी नींद लें - पूरी नींद लेने से डायबिटीज़ के अलावा कई और समस्याएं भी ठीक हो सकती हैं। आधी अधूरी नींद लेने से शरीर में इंसुलिन का रज़िस्टैंस बढ़ जाता है। इसलिए यदि आप हर रोज रात में 7 घंटे से कम नींद लेते हैं, तो डायबिटीज़ को संभालना मुश्किल हो जाता है। इससे आपको अगले दिन भूख ज्यादा लगती है, और खाने के बाद तृप्ति भी कम मिलती है। इसलिए नियमित रूप से अच्छी नींद लेना डायबिटीज़ को नियंत्रित करने के लिए बहुत जरूरी है। रात में अच्छी नींद लेकर व्यक्ति अगले दिन ज्यादा चुस्त रहता है, शरार में ज्यादा ऊर्जा बनी रहती है, और तनाव कम रहता है। इसलिए डायबिटीज़ की निगरानी और उसके नियंत्रण के लिए मानसिकता भी बेहतर बनी रहती है।
वजन और इंसुलिन को नियंत्रण में रखने के लिए व्यायाम करें - मोटापा टाईप 2 डायबिटीज़ के मुख्य कारणों में से एक है। इसलिए अपनी दिनचर्या में शारीरिक गतिविधि को शामिल करना बहुत जरूरी है। नियमित व्यायाम खून में शुगर का लेवल नियंत्रण में रखता है और हृदयरोग एवं नसों को क्षति का जोखिम कम करता है। इसलिए प्रतिदिन अपनी पसंद के किसी भी व्यायाम, जैसे दौड़ने, तैरने, एरोबिक्स करने, कोई डांस करने को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।