भोपाल । मध्य प्रदेश में कुपोषण की स्थिति सुधारने के प्रयास तेज हो गए है। कुपोषण को दूर करने में अब आम लोगों की भी भागीदारी के प्रयास हो रहे है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अपील के बाद प्रदेश में 62 हजार 237 लोगों ने आंगनबाड़ी केंद्रों को गोद लेने में रुचि तो दिखाई है पर इनमें से अब तक 24 हजार 218 लोगों ने ही महिला एवं बाल विकास विभाग को सहमति दी है।
विभाग अन्य लोगों से सहमति लेने की कोशिश कर रहा है। यह कवायद प्रदेश में कुपोषण की स्थिति सुधारने के लिए की जा रही है।राज्य सरकार का मानना है कि जनप्रतिनिधि, अधिकारी या क्षेत्र के प्रभावशाली लोग आंगनबाड़ी केंद्रों से जुड़ेंगे, तो सामाजिक सहभागिता बढ़ेगी और केंद्रों में व्यवस्थाएं सुधरेंगी, संसाधन बढ़ेंगे। मुख्यमंत्री ने हाल ही में अपने गृह जिले सीहोर के मथार आंगनबाड़ी केंद्र को गोद लिया। इस दिन भी उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों का गोद लेने की अपील दोहराई है।
उन्होंने खासकर मंत्रियों व जनप्रतिनिधियों से यह आह्वान किया है। विभाग ने एक जनवरी 2022 से यह अभियान शुरू किया है। इसके लिए पोर्टल पर पंजीयन कराना होता है। सिर्फ 27 दिन में 62 हजार 237 लोगों ने पोर्टल पर पंजीयन कराया है। इसके बाद से विभाग एक-एक पंजीयनकर्ता से फोन पर सहमति प्राप्त कर रहा है। उधर उत्तराखंड के चुनावी दौरे के बाद मुख्यमंत्री आंगनबाड़ी केंद्र गोद लेने की इच्छा जताते हुए पंजीयन करा चुके लोगों से वर्चुअल संवाद करेंगे। इसलिए विभाग के अधिकारी ताबड़तोड़ पंजीयनकर्ताओं से संपर्क में जुटे हैं। ताकि मुख्यमंत्री के कार्यक्रम से पहले सभी पंजीयनकर्ताओं से संपर्क हो जाए।सूत्र बताते हैं कि कई लोग फोन ही नहीं उठा रहे हैं। ऐसे में जिला कार्यक्रम अधिकारियों से कहा गया है कि वे अपने जिले के पंजीयनकर्ताओं से संपर्क कर जल्दी सहमति लें।