मोहखेड जबलपुर। सरकार की तरफ से जरूरतमंदों को आर्थिक लाभ देने के लिए जो योजनाएं चलाई जा रही है उनका किस तरह से दुरुपयोग किया जा रहा है यह किसी से छिपा नहीं है। जनपद पंचायत मोहखेड की कई पंचायतों में पीएम आवास योजना की राशि की बंदरबांट करने के मामले अब सामने आ रहे हैं। ग्राम पंचायत के सरपंच-सचिव व रोजगार सहायक की तिकड़ी मिलकर कमीशनखोरी के खेल खेलकर अपात्रो को धडल्ले से लाभ तो पहुंचा ही रहे हैं इसकी आड़ में खुद भी मलाई खा रहे हैं। जनपद पंचायत की अंतिम सीमा पर बसी ग्राम पंचायत बेलखेडा में एक मामला सामने आया है। यहां रोजगार सहायकने एक ही छत के नीचे रहने वाले पति-पत्नी दोनों को इस योजना का लाभ दिला दिया लेकिन रोजगार सहायक ने आवास स्वीकृत कराने के साथ हितग्राहियों के मकान डाली गई किस्त तक की राशि डकार ली। इस मामले में ग्रामीणों ने जनपद पंचायत कार्यालय पहुचकर जनपद सीईओ सीएल अहिरवार को यह बात बताई और जांच कर रोजगार सहायक खेमचंद उइके के खिलाफ कार्यवाही किए जाने की मांग की। ऐसा एक मामला नहीं। गांव के कई और लोगों से भी यही हरकत रोजगार सहायक ने की है। बताया जाता है कि बेलखेडा अंतर्गत मोहगांवनाराजी गांव में वर्ष 2019-20 में सतिराम उइके का पीएम आवास योजना अंतर्गत मकान का निर्माण हुआ था। रोजगार सहायक ने फर्जी तरीके से सतिराम उइके की पत्नी रूखमणी की आईडी अलग कर वर्ष 2020-21 में उसे भी इसके लिए पात्र घोषित करवा दिया। रूखमणी के खाते पीएम आवास 70 हजार रुपए की राशि डाल दी और फिर दबाव बनाकर 65 हजार रुपए वापस ले लिए। गिनती में तो इस गांव के 11 लोगों को आवास स्वीकृत करना बताया गया लेकिन पंचायत की बैंठक और ग्रामसभा में 10 आवासो का उल्लेख किया गया। यही नहीं रोसागांव के हितग्राही रंगीलाल पिता शयामलाल को भी डरा धमकाकर सहायक ने हितग्राही की पहली किस्त 25 हजार रुपए की राशि ले ली। एक अन्य सकरवार पिता फागलाल से 25 हजार रुपए में से 15 हजार की राशि अपने खाते में रोजगार सहायक ने ट्रांसफर करवा ली। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि कई हितग्राहियों से राशि स्वीकृत कराने के नाम पर दो दो हजार रुपए भी रोजगार सहायक ने लिए। गांव के शिवदयाल विश्वकर्मा, दिनेश परते,मारोती विशकरमा, समरू उइके,राजेश वायकर,िगरधारी सिहराय,रामकिशन उइके,िकशोरावस्था उइके ने यह बात अधिकारी को बताई। गौरतलब है मनरेगा में भी बिना काम किए फर्जी तरीके कनेशलाल और उनकी पत्नी रमिया के खाते में राशि उन्होंने डाली और फिर उनसे वसूल भी ली।
इनका कहना है
मैं दो साल से यहां पर हूं। मुझसे और ग्रामसभा मे जानकारी छुपाई गई। यहां तक कि मेरी शिकायत भी उच्च अधिकारियों से सहायक ने की। इस मामले में सीईओ को आवेदन दिया गया है।
केशवराव सिंगारे, सचिव ग्राम पंचायत बेलखेडा
यह मामला मेरे संज्ञान में आया है। यह मामला बेहद गंभीर है। इस संबंध में जल्द ही मैं जांच के लिए जाऊंगा उसके बाद ही मैं कुछ बता सकूंगा।
अनिल सनोडिया,पीएम आवास ब्लाक समन्वयक मोहखेड
ग्रामीणों ने उक्त मामलें में शिकायत की है। एक पत्रभी दिया है। इस संबंध में जांच कराकर यदिकोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
कैलाश धुर्वे, खंड पंचायत़ अधिकारी, मोहखेड़