भोपाल । शहर के भोज विश्वविद्यालय परिसर में तेंदुआ यहां कुलपति निवास तक पहुंच गया। रविवार दिन भर चली वन विभाग की खोजबीन में इस बात की पुष्टि तेंदुए के पगमार्क मिलने से हो गई है। अब उसे पकड़ने के लिए छह ट्रैप कैमरे लगाए हैं। इनके जरिए उसके मूवमेंट पर नजर रखी जा रही है। यदि वह इन ट्रैप कैमरों में कैद होता है तो उसके पकड़ने के लिए पिंजरे लगाए जाएंगे। भोज विश्वविद्यालय परिसर में तेंदुए के देखे जाने की खबर से परिसर में दहशत का माहौल है। परिसर में रहने वाले अधिकारी, कर्मचारियों में भय है।
इस बात की जानकारी भोपाल सामान्य वन मंडल के अधिकारियों को दिन में ही दी गई थी जिसके बाद परिसर में वनकर्मियों से गश्त बढ़ा दी है। शनिवार को तेंदुआ भोज विश्वविद्यालय परिसर में डेढ़ घंटे तक टहलता रहा। वह कुछ समय भोज विश्वविद्यालय परिसर के कुलपति के निवास के आसपास भी घूमते हुए गुर्राता रहा। बता दें कि भोज विश्वविद्यालय कोलार रोड पर सर्वधर्म पुल के नजदीक है। यह काफी बड़ा परिसर है। परिसर में तीन वर्ष पूर्व भी तेंदुआ देखा गया था। तब भी तेंदुए कुलपति निवास और आसपास के गार्डन तक पहुंच गया था। तब तेंदुए ने नुकसान भी पहुंचाया था। जिसे पकड़ने के लिए वन विभाग ने काफी प्रयास किए थे।
तब भी ट्रैप कैमरे लगाए थे। पिंजरा भी लगाया गया था लेकिन तेंदुआ एक बार प्रवेश करने के बाद निकल गया था दोबारा नहीं आया था। बाउंड्रीवाल क्षतिग्रस्त है। जिसे ठीक नहीं किया गया है। कुछ जगहों पर बाउंड्रीवाल तो है लेकिन उसके नीचे से जगह बन गई है। यह स्थिति सुअरों के कारण बनी है। पूर्व में भी ऐसा ही हुआ था। इस बारे में भोपाल सामान्य वन मंडल के डीएफओ आलोक पाठक का कहना है कि भोज विश्वविद्यालय परिसर में तेंदुए के मूवमेंट की पुष्टि उसके पगमार्क मिलने से हुई है। उसे खोजने के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। जरूरत पड़ी तो ट्रैप कैमरों की संख्या और बढ़ाएंगे। भोज विश्वविद्यालय प्रबंधन को पसिरसर में आने-जाने वाले छात्रों की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाने व सूचना देने संबंधी सलाह दी है।