भोपाल । राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि राष्ट्रीय कैडेट कोर मानवीय संवेदनाओं और राष्ट्र के प्रति समर्पित नागरिकों का निर्माण करती है। एन.सी.सी. का प्रशिक्षण सिर्फ ट्रेनिंग नहीं है बल्कि राष्ट्र के प्रति साहस, समर्पण, त्याग, अनुशासन की भावना से परिपूर्ण युवाशक्ति का निर्माण है। उन्होंने पालकों का आव्हान किया है कि बच्चों को एन.सी.सी. प्रशिक्षण में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करें।
राज्यपाल श्री पटेल राजभवन में एन.सी.सी. निदेशालय मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के एट होम कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। राज्यपाल के प्रमुख सचिव डी.पी. आहूजा, एन.सी.सी. के अधिकारी, महिलाएँ और दिल्ली से लौटे कन्टिन्जेंट मौजूद थे।
राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि एन.सी.सी. का प्रशिक्षण कैडेट्स को साहसिक गतिविधियों के द्वारा विषम परिस्थितियों और चुनौतियों का डटकर सामना करने के योग्य बनाता है। हमारे देश की अमूल्य सांस्कृतिक धरोहर से उन्हें परिचित करा कर, उनमें राष्ट्रीयता का भाव मज़बूत करती है। साथ ही विदेश में लगने वाले शिविर एवं कार्यक्रमों में कैडेट्स भारतीय संस्कृति की ताकत, भाईचारा और एकता को प्रदर्शित कर देश का गौरव बढ़ाते हैं। उन्होंने कैडेट्स की सराहना करते हुए कहा कि संकट के समय, आपदा, पर्यावरण की समस्या, किसी विषय को लेकर जन-जागरूकता द्वारा राष्ट्र चेतना के निर्माण और समाज सेवा के सभी कार्यों में एन.सी.सी. के कैडेट्स सदैव आगे रहते हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की पहल के प्रति आभार ज्ञापित करते हुए कहा कि उन्होंने बालिकाओं को सेना में भागीदारी के नए अवसर दिए हैं। बालिकाएँ अब एन.डी.ए. में चयनित हो रही हैं। उन्होंने मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के कैडेट्स द्वारा कोरोना के खिलाफ लड़ाई में दिए जा रहे सहयोग की भी सराहना की।
प्रभारी अपर महानिदेशक ब्रिगेडियर राजीव गौतम ने बताया कि नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने वाले कैडेट्स के सम्मान में एट होम कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। प्रतिभागियों को राज्यपाल द्वारा प्रशंसा-पत्र से भी सम्मानित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि निदेशालय के तहत 57 कैडेट्स गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए। नेवल विंग के सम्युएल डेविड को सेकेंड बेस्ट कमांड अवार्ड से सम्मानित किया गया। वर्ष 21-22 में 8 कैडेट्स का सशस्त्र सेना में चयन हुआ है। उन्होंने बताया कि यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत 12 कैडेट्स का चयन किया गया है, जो विभिन्न देशों की यात्रा करेंगे। सेना के साथ कार्य करने के कार्यक्रम के तहत 952 बालक और 452 बालिकाओं को सम्बद्ध करने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि आज़ादी के अमृत महोत्सव के दौरान 1971 के युद्ध में शहीदों के 264 परिवारों को गणतंत्र दिवस से स्वतंत्रता दिवस के मध्य घर पर सम्मानित करने की पहल की गई है।
सीनियर डिवीजन बॉयज और सीनियर विंग गर्ल्स के कैडेट्स हर्षित रघुवंशी और सुश्री मलिका परिखान ने अपने अनुभवों को साझा किया। उन्होंने बताया कि जिम्मेदारी, आत्म-विश्वास, एकता, एकाग्रता और लक्ष्य के प्रति जुनून के अद्भुत गुण शिविर की गतिविधियों में विकसित हुए हैं।
संचालन कैडेट सुश्री श्रुति शर्मा और चिन्मय जोशी ने किया। अंत में राज्यपाल को एन.सी.सी. निदेशालय की ओर से स्मृति चिंह भेंट किया गया।