भोपाल । भोपाल के 10 हजार सक्रिय मरीजों में से 30 फीसद मरीज कोलार एसडीएम क्षेत्र में हैं। इसके बाद सबसे ज्यादा गोविंदपुरा में है। स्वास्थ विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राजधानी में गुरुवार को 6072 सैंपलों की जांच में 1288 मरीज मिले हैं। यानी करीब 20 फीसद संक्रमित पाए गए हैं। तीन दिन पहले तक यह आंकड़ा 25 फीसद से ऊपर था। इसका मतलब यह है कि मरीज कम होने के साथ-साथ संक्रमण दर भी कम हो रही है। बुधवार को कोरोना के 1307 मरीज मिले थे। गुरुवार को कोरोना के दो मरीजों की मौत हुई।
प्रदेश में कोरोना के सबसे ज्यादा 10,217 सक्रिय मरीज भोपाल में हैं। अस्पतालों में सिर्फ 235 मरीज हैं। इनमें 76 साधारण बेड पर, 89 ऑक्सीजन बेड पर और बाकी आईसीयू/एचडीयू में हैं। ,बाकी होम आइसोलेशन में है।10 दिन पहले तक सबसे ज्यादा सक्रिय मरीज इंदौर में थे, अब इंदौर में यह आंकड़ा 9000 के करीब आ गया है। इस संबंध में हमीदिया अस्पताल के छाती एवं श्वास रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर लोकेंद्र दवे का कहना है कि अभी जिन मरीजों की मौत हो रही है वह पुराने मरीज हैं जो लंबे समय से अस्पताल में भर्ती थे। धीरे-धीरे उनकी बीमारी गंभीर होती गई और अब उन्हें बचा पाना मुश्किल हो रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि जिन मरीजों की मौत हो रही है उनमें लगभग सभी ऐसे हैं जिन्हें कोरोना के साथ दूसरी गंभीर बीमारियां भी हैं। इनमें कैंसर रोगी, हृदय रोगी और किडनी की बीमारी से पीड़ित मरीज शामिल हैं। बता दें कि तीसरी लहर में भोपाल में रोज मिलने वाले कोरोना मरीजों का आंकड़ा 2100 सौ से ऊपर तक पहुंच गया था। इसके बाद मरीजों की संख्या लगातार कम होते हुए 12 सौ तक आ गई है। इसी तरह से गिरावट हुई तो हफ्ते भर में आंकड़ा 600 तक पहुंच जाएगा। हालांकि चिंता की बात यह जरूर है कि भोपाल में पिछले 4 दिन से लगातार रोजाना 2 मरीजों की मौत हो रही है।