तेल अवीव: फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने शनिवार को इजरायल को गाजा युद्ध के लिए हथियारों की खेप रोकने की अपील की। ऐसे में मैक्रों के इस बयान को लेकर इजरायली प्रधानमंत्री भड़क गए हैं। इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने एक वीडियो में कहा कि मैक्रों को शर्म आनी चाहिए। वहीं फ्रांस समेत पश्चिमी देशों को चेतावनी दी कि वह हथियार दें या न दें लेकिन इजरायल युद्ध जीतेगा। रक्षा मंत्रालय की वार्षिक हथियार निर्यात रिपोर्ट के मुताबिक फ्रांस इजरायल का एक प्रमुख हथियार सप्लायर नहीं है। पिछले साल इसने सिर्फ 3.3 करोड़ डॉलर के सैन्य उपकरण इजरायल को पहुंचाए।
नेतन्याहू ने कहा, 'सभी सभ्य देशों को इजरायल के साथ खड़ा होना चाहिए। क्योंकि वह ईरान के नेतृ्त्व वाली बर्बर ताकतों के खिलाफ लड़ रहा है। फिर भी राष्ट्रपति मैक्रों और कुछ अन्य पश्चिमी नेता अब इजरायल के खिलाफ हथियार प्रतिबंध लगाने की बात कर रहे हैं। उन्हें शर्म आनी चाहिए। क्या ईरान हिजबुल्लाह, हूती, हमास और अन्य सहयोगियों पर हथियार का प्रतिबंध लगा रहा है? बिल्कुल नहीं। वह आतंक की धुरी के साथ खड़ा है। जो देश कथित तौर पर इस आतंक की धुरी के विरोधी हैं, वही इजरायल पर हथियार प्रतिबंध की बात करते हैं। यह कितनी शर्मनाक बात है।'
सात मोर्चों पर लड़ रहा इजरायल
नेतन्याहू ने अपने वीडियो में कहा, 'मेरे पास राष्ट्रपति मैक्रों के लिए एक संदेश है। इजरायल आज के समय खुद को सात मोर्चों पर बचा रहा है। हम हमास से लड़ रहे हैं। हम हिजबुल्लाह से लड़ रहे हैं जो 7 अक्टूबर से बड़ा नरसंहार करना चाहता था। हम ईरान से लड़ रहे हैं जिसने हाल ही में हमारे ऊपर 200 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं।' राष्ट्रपति मैक्रों ने कहा था, 'मुझे लगता है कि आज प्राथमिकता फिर से एक राजनीतिक समाधान की है।'
बिना मदद के जीतेगा इजरायल
इजरायली पीएम ने इस बात का आश्वासन दिया कि इजरायल दुनिया के समर्थन के साथ या उसके बिना विजयी होगा। उन्होंने हथियारों पर प्रतिबंध लगाने की वकालत करने वाले देशों की आलोचना करते हुए कहा कि वे आतंकवाद को पनपने दे रहे हैं। विरोध के बावजूद नेतन्याहू ने कसम खाई कि इजरायल तब तक अपनी लड़ाई जारी रखेगा जब तक उसे पूरी तरह जीत हासिल नहीं हो जाती। नेतन्याहू ने कहा, 'ठीक है, मैं आपको यह बता दूं। इजरायल उनके समर्थन के साथ या उनके बिना जीतेगा। लेकिन युद्ध जीतने के बाद भी उनकी शर्मिंदगी जारी रहेगी।'