छह साल से नजर
किशोर सेथुरमन प्रमोटेड KSK महानदी पावर पर अडानी की नजर छह साल से अधिक समय से थी। 2018 के अंत में अडानी ग्रुप ने 10,300 करोड़ रुपये की पेशकश की लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार के टैरिफ में कमी किए जाने के बाद फरवरी 2019 में वह इससे हट गए था। दिवाला एवं दिवालियापन संहिता के तहत ग्रुप ने कम से कम तीन बिजली कंपनियों का अधिग्रहण किया है। इनमें अवंता पावर की कोरबा वेस्ट पावर, कोस्टल एनर्जेन और लैंको अमरकंटक पावर शामिल हैं। लेकिन केएसके महानदी पावर के मामले में गौतम अडानी के हाथ खाली रह गए।