सीरियल में नहीं रियल में देखे ऐतिहासिक नाटक
धार । नाटक मंचीय परंपरा की एक लोक आकर्षक विधा है। राजा भोज की धारा नगरी में तो नाटकों को इतना महत्व रहा है कि नाटक भोजशाला की दीवारों पर भी उंकेरे गए हैं। प्रतिवर्ष होने वाले लोकप्रिय नाटक इस वर्ष भी धारा नगरी में होने से नाटीस्नेहियों में हर्ष है। स्वराज संस्थान संचालनालय द्वारा प्रतिवर्ष जनयोद्धा नाट्य समारोह का अभिनव आयोजन किया जाता है। इस वर्ष भी आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत तीन दिवसीय नृत्य नाट्य समारोह का आयोजन 11 से 13 फरवरी तक जिला मुख्यालय धार पर किया जा रहा है। मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग, स्वराज संस्थान संचालनालय, जिला प्रशासन धार और भोज शोध संस्थान के सहकार से यह नाट्य समारोह प्रतिदिन शाम ठीक 7:00 बजे से स्थानीय विक्रम का मंदिर लालबाग परिसर में आयोजित होंगे। नाट्य समारोह के पहले दिन 11 फरवरी को निर्देशक योगेश तिवारी संप्रेषण नाट्य मंच कटनी द्वारा प्रसिद्ध क्रांतिकारी राम प्रसाद बिस्मिल, 12 फरवरी को माधव बारीक के निर्देशन में वीरांगना झांसी की रानी का मंचन कीर्ति बेले एंड परफॉर्मिंग आर्ट भोपाल तथा अंतिम दिन 13 फरवरी को नृत्य नाट्य संस्था भोपाल द्वारा आजादी की अग्नि सिखाएं नाटक की प्रस्तुति निर्देशक तरुण पांडे के निर्देशन में की जाएगी इन नाटकों की अवधि मात्र डेढ़ घंटे की है। नाटकों में प्रवेश पूर्णता निःशुल्क है। स्थानीय संयोजक डॉ दीपेंद्र शर्मा ने बताया कि कोविड नियमों के अनुसार यह आयोजन किया जाएगा। सभी दर्शकों से अनुरोध है कि वह मास्क पहनकर नाटकों का आनंद लें। यह जानकारी मीडिया प्रभारी राकी मक्कड़ ने दी है।