भोपाल में बेटी को जन्म देने के एक दिन बाद महिला की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। इसे लेकर परिजन ने हंगामा कर दिया। उनका आरोप है कि वह पूरी तरह स्वस्थ थी, लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने जबरन उसे वेंटिलेटर पर रखा। कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई।
इस दौरान स्टाफ ने परिजनों से बदसलूकी की, जिसका वीडियो भी सामने आया है। घटना बैरागढ़ के कृष्णानी हॉस्पिटल में रविवार देर रात की हैं। नेहा खरे (34) ने 13 जून को बेटी को जन्म दिया था।
इधर, अस्पताल के संचालक डॉक्टर लाल कृष्णानी से उनका पक्ष जानना चाहा, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
महिला के भाई विशाल ने बताया कि बहन वेंटिलेटर पर जाने से पूर्व ठीक थी, बातें कर रही थी। जब उसे वेंटिलेटर पर ले जाने को कहा गया तो उसने स्वयं जवाब दिया कि मुझे कोई परेशानी नहीं है। सही महसूस कर रही हूं...मुझे वेंटिलेटर पर नहीं जाना है।
तब एक सिस्टर ने उसे जवाब दिया कि तुम जानकार हो कि हम और जबरन बहन को वेंटिलेटर पर लिया गया। इसके बाद वहीं हुआ जिसका बहन को डर था।
महिला की हुई थी सीजेरियन डिलीवरी नेहा खरे (34) पत्नी शानू खरे, जहांगीराबाद की बापू कॉलोनी में रहती थीं। सात साल पहले उनकी शादी हुई थी और उनका पांच साल का बेटा है। शानू नगर निगम में दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी हैं। 12 जून को नेहा को बैरागढ़ स्थित कृष्णानी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
13 जून को ऑपरेशन के जरिए उन्होंने दूसरी बेटी को जन्म दिया। बच्ची बेहद कमजोर थी, इसलिए उसे दूसरे अस्पताल के एसएनसीयू में भर्ती किया गया। इसी बीच रविवार रात नेहा की संदिग्ध हालात में मौत हो गई।
वीडियो में धमकाता दिखा स्टाफ परिजन ने बताया कि हमें अस्पताल की गतिविधियां संदिग्ध लग रही थीं। लिहाजा हमने नेहा को वेंटिलेटर पर ले जाते समय और बाद में वीडियो बनाए। यह देख अस्पताल स्टाफ लगातार धमकाता रहा।
वीडियो बनाने का विरोध किया और पिटवाने की धमकी तक दी। हमारे साथ जबरन बदसलूकी की गई। अस्पताल प्रबंधन पर वीडियो के आधार पर कार्रवाई होनी चाहिए। वीडियो हमने बैरागढ़ पुलिस को भी दिया है।
छोटे भाई को किया था आखिरी कॉल महिला के भाई विकास ने बताया कि बहन ने आखिरी कॉल उन्हें 15 जून को लगाया था। तब उसने कहा कि मेरा दिल घबरा रहा है। बेटी कहां है, उसे एक बार दिखा दो। भाभी से बोली- बच्ची मुझे कैसे भी करके दिखा दें। जन्म देने के बाद से मैंने उसे नहीं देखा है।
मैंने बताया कि कुछ देर में अस्पताल आ रहे हैं। बेटी को दिखा देंगे, उसे दूसरे अस्पताल के आईसीयू में रखा गया है। मैं अस्पताल पहुंचा तब पता लगा कि बहन को वेंटिलेटर पर लिया गया है। कुछ ही देर में उसकी मौत की खबर दी गई।
सीएमएचओ बोले- शिकायत मिलने पर जांच कराएंगे CMHO डॉ. मनीष शर्मा ने कहा कि शिकायत मिलने पर मामले की जांच कराई जाएगी। जांच में जो तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।