करीब 72 श्रमिकों को बताया कोरोना संक्रमित
भोपाल। प्रदेश के भरवेली मॉयल (मैगनीज ओर इंडिया लि.) बालाघाट में अंडरग्राउंड माइनिंग का कार्य कर रही चीन की कंपनी सीसी 3, 4 ने भारतीय मजदूरों को काम से निकाल दिया है। बताया जा रहा है कि करीब 72 भारतीय मजदूरों को कोरोना संक्रमित बताकर निकाल दिया।मजदूरों ने आरोप लगाया कि कंपनी ने लॉकडाउन में भी काम बंद नहीं रखा। चीनी कंपनी के अधिकारी कहते हैं कि भारत में कोरोना संक्रमण है और सभी इंडियन संक्रमित हैं। इस कारण वे उनसे काम नहीं करा सकते। ये आरोप चीनी कंपनी में कोरोना संक्रमण के पहले तक मजदूरी का कार्य कर रहे मजदूरों ने लगाए हैं। मजदूरों ने बताया कि 25 मार्च से देश में लागू किए लॉकडाउन में भी चीनी कंपनी ने काम बंद नहीं किया। इस दौरान सिर्फ भारतीय मजदूरों को ही काम से निकाला गया। ज्ञात हो कि मॉयल भारत सरकार की लघु रत्न कंपनी है। यह मैगनीज खनन करती है। कंपनी के मैगनीज खनन कार्य में चीनी कंपनी भी कार्यरत है। मजदूरों ने बताया की काम बंद कराने के बाद कंपनी की शिकायत मॉयल प्रबंधन और कलेक्टर से भी की गई थी। इसके बाद कंपनी द्वारा उन्हें एडवांस के रूप में 10 हजार रुपये देना तय हुआ था लेकिन जब एडवांस देने की बारी आई तो सिर्फ पांच हजार रुपये ही दिए जा रहे थे जिसे मजदूरों ने लेने से मना कर दिया। मजदूरों ने बताया चीनी कंपनी ने 72 मजदूरों को काम से निकाल दिया है लेकिन उन्हें अब तक ये जानकारी नहीं दी गई है कि आखिर उन्हें काम से क्यों निकाला गया है। निकाले गए मजदूरों को एक अन्य कंपनी में काम का प्रस्ताव दिया गया, जिस पर भरोसा नहीं होने से उन्होंने खारिज कर दिया। इस संबंध में बालाघाट के भरवेली के मॉयल प्रबंधक उम्मेद सिंह भाटी ने कहा कि चीन की कंपनी ने कांट्रैक्ट के आधार पर मजदूरों को काम पर रखा है। लॉकडाउन के बाद से ही कंपनी में काम बंद था। एक सप्ताह हुआ है, जब कंपनी ने दोबारा से काम शुरू किया है। वहीं मजदूरों द्वारा आवेदन करने पर उन्हें एडवांस के रूप में पांच-पांच हजार की राशि दी गई है। साथ ही एक अन्य कंपनी में मजदूरों को काम दिलाया गया है।