तीसरी लहर का प्रकोप कम होने से मामलों में आई गिरावट
भोपाल । राजधानी में कोरोना संक्रमण की जांच कराने वालों की संख्या में भारी कमी आई है। शहर में फीवर क्लीनिकों में पहुंचकर जांच कराने वालों की संख्या भी गिरावट आई है। तीसरी लहर का प्रकोप कम होने के साथ संक्रमण के मामलों में गिरावट आई है। भोपाल के 48 फीवर क्लीनिकों में एक हफ्ते पहले तक हर दिन करीब 1800 लोग जांच कराने के लिए पहुंच रहे थे। अब हर दिन 400 से 500 मरीज ही आ रहे हैं। भोपाल के सीएमएचओ डा. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि संक्रमण अब कम हो रहा है। इस कारण कम लोग जांच के लिए आ रहे हैं। जांच कराने वाले करीब 20 प्रतिशत ऐसे लोग होते हैं, जिन्हें बीमारी नहीं होती बल्कि यात्रा या किसी अन्य मकसद से आरटी-पीसीआर रिपोर्ट की जरूरत होती है। भोपाल में हर दिन छह हजार सैंपल लेने का लक्ष्य है। फीवर क्लीनिक में खुद आकर जांच कराने वालों की संख्या घटी तो अब स्टेशनों पर औचक सैंपलिंग बढ़ा दी गई है। रानी कमलापति, भोपाल और संत हिरदाराम नगर स्टेशन पर कुल 14 टीमें लगाई गई हैं। मंगलवार तक तीनों जगह मिलाकर रोज 1200 से 1500 सैंपल लिए जा रहे थे। बुधवार को दो हजार सैंपल लिए गए हैं। गुरुवार से 3200 तक करने का लक्ष्य है। सभी सैंपल आरटी-पीसीआर जांच की खातिर लिए जा रहे हैं। बता दें कि भोपाल में तीसरी लहर के पीक के दौरान रोजाना सैंपलों की संख्या आठ हजार तक पहुंच गई थी। शनिवार, रविवार और सोमवार को यह आंकड़ा पांच हजार से नीचे आ गया था। उधर भोपाल में बुधवार को कोरोना के 5577 सैंपल की जांच में 531 मरीज मिले हैं। इस तरह संक्रमण दर 9.5 फीसद रही। मंगलवार को भोपाल में 4786 सैंपलों की जांच में 574 मरीज मिले थे और संक्रमण दर 12 प्रतिशत रही थी। यह दर पिछले महीने 26 फीसद तक पहुंच गई थी। राहत की बात यह भी है कि भोपाल में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या भी घटते हुए छह हजार के करीब पहुंच गई है। फिलहाल भोपाल में 6082 सक्रिय मरीज हैं1 इनमें से 108 मरीज निजी व सरकारी अस्पतालों में भर्ती हैं। बाकी मरीज होम आइसोलेशन में रहते हुए अपना इलाज करवा रहे हैं।